ट्रेन में जन्मे “लॉकडाउन यादव” के उज्जवल भविष्य की अखिलेश यादव ने की कामना, कहां खजांची अब अकेला महसूस नहीं करेगा
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में शुक्रवार रात को रुकी विशेष श्रमिक ट्रेन में सवार एक गर्भवती महिला ने स्थानीय शासकीय जिला चिकित्सालय में एक बच्चे को जन्म दिया था। जिसके बाद परिवार वालों ने बच्चे का नाम “लॉकडाउन यादव” रख दिया था। बता दें कि इस महिला की उम्र 32 वर्ष है। नवजात बच्चे के पिता उदयभान सिंह यादव ने बताया था कि लॉकडाउन की इन स्थितियों में पैदा हुए अपने बच्चे का नाम वह लॉकडाउन यादव रखना चाहते हैं। बता दें कि इस बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लॉक डाउन यादव के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
कोरोनाबंदी के दौर में ट्रेन में जन्मे ‘लॉकडाउन यादव’ के उज्ज्वल भविष्य की कामना. आशा है नोटबंदी के समय लाइन में जन्म लेने पर मजबूर ‘खजांची’ अब अकेला महसूस नहीं करेगा.
अब भाजपा सरकार ये सुनिश्चित करे कि इन बच्चों की आगामी यात्रा, इनके जन्म जैसी कटु परिस्थितियों से बहुत बेहतर हो. pic.twitter.com/0lOoUVlZEq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 29, 2020
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि कोरोनाबंदी के दौर में ट्रेन में जन्मे ‘लॉकडाउन यादव’ के उज्ज्वल भविष्य की कामना। आशा है नोटबंदी के समय लाइन में जन्म लेने पर मजबूर ‘खजांची’ अब अकेला महसूस नहीं करेगा।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि “अब भाजपा सरकार ये सुनिश्चित करे कि इन बच्चों की आगामी यात्रा, इनके जन्म जैसी कटु परिस्थितियों से बहुत बेहतर हो।”
बता दें कि लॉक डाउन यादव की माता के ट्रेन में प्रसव पीड़ा होने पर उनके पति ने रेलवे हेल्पलाइन से संपर्क किया और अधिकारियों ने बुरहानपुर में उनकी मदद की और उन्हें अस्पताल ले गए। जहां बच्चे ने स्वस्थ जन्म लिया। इसके बाद प्रशासन ने परिवार को ₹5000 देकर निजी वाहन में उनके घर भेजा। वहीं अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी सरकार से अपील कर रहे हैं कि वह सुनिश्चित करें कि इन बच्चों की आगामी यात्रा इनके जन्म जैसी कटु परिस्थितियों से बेहतर हो।