अमीरों को जहाज से विदेशों से ला सकते हैं, तो गरीबों को ट्रेनों से क्यों नहीं? अखिलेश यादव का केंद्र सरकार पर निशाना
भारत में कोरोनावायरस के मद्देनजर लॉक डाउन को 19 दिन और आगे बढ़ा दिया गया है। ऐसे में आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि लॉक डाउन अब 3 मई तक बढ़ाना जरूरी हो गया है। ऐसे में आज जो लॉक डाउन -1 था वह खत्म होने वाला था। इसे देखते हुए मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंच गए थे। वही अखिलेश यादव ने कहां है कि अगर अमीरों को जहाज से विदेशों से लाया जा सकता है तो गरीबों को ट्रेन से क्यों नहीं।
मुंबई में हजारों लोगों के सड़कों पर आकर घर लौटने की माँग को देखते हुए उप्र की सरकार तुरंत नोडल अधिकारी नियुक्त करे व केंद्र के साथ मिलकर महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में फँसे प्रदेश के लोगों को निकाले. जब अमीरों को जहाज से विदेशों से ला सकते हैं, तो गरीबों को ट्रेनों से क्यों नहीं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 14, 2020
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि “मुंबई में हजारों लोगों के सड़कों पर आकर घर लौटने की माँग को देखते हुए उप्र की सरकार तुरंत नोडल अधिकारी नियुक्त करे व केंद्र के साथ मिलकर महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में फँसे प्रदेश के लोगों को निकाले. जब अमीरों को जहाज से विदेशों से ला सकते हैं, तो गरीबों को ट्रेनों से क्यों नहीं।”
बता दे की मुंबई में मजदूरों को लगा कि आज लॉक डाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन पीएम मोदी ने आज सुबह 10:00 बजे ही लॉक डाउन बढ़ाने का फैसला किया है। रेलवे स्टेशन पर भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है कि अब यह भी खत्म हो चुकी है लेकिन यह अब एक बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका है। चारों तरफ से इस स्थिति की निंदा की जा रही है। वहीं खबर है कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आदित्य ठाकरे से बातचीत की है।