योगी सरकार की आत्मनिर्भर योजना को अखिलेश यादव ने बताया अस्थाई रोजगार झुनझुना
आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर योजना की शुरुआत की है। इस अभियान को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लांच किया। उन्होंने इस दौरान कई प्रवासी मजदूरों से बातचीत की। योगी सरकार यूपी आत्मनिर्भर योजना के तहत दावा कर रही है कि इससे सवा करोड लोगों को रोजगार मिलने वाला है। हालांकि विपक्ष इससे कहीं अलग सोच रहा है। वह इन दावों को खोखला बता रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर बड़ा वार किया है।
मनरेगा में जनता को नाममात्र के अस्थायी रोज़गार का झुनझुना देने की जगह उप्र के मुख्यमंत्री ये बताएं कि तथाकथित ‘इंवेस्टर मीट्स’ और ‘डिफ़ेंस एक्सपो’ के बाद हुए कितने करार सच में बैंकों के सहयोग से ज़मीन पर उतरे हैं व उनसे कितनों को सच्चा रोज़गार मिला है.#BharatiyaJhunjhunaParty
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 26, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि “मनरेगा में जनता को नाममात्र के अस्थायी रोज़गार का झुनझुना देने की जगह उप्र के मुख्यमंत्री ये बताएं कि तथाकथित ‘इंवेस्टर मीट्स’ और ‘डिफ़ेंस एक्सपो’ के बाद हुए कितने करार सच में बैंकों के सहयोग से ज़मीन पर उतरे हैं व उनसे कितनों को सच्चा रोज़गार मिला है।”
इसी के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक हैशटैग दिया है- भारतीय झुनझुना पार्टी।
बता दें कि यूपी सरकार की इस आत्मनिर्भर योजना के तहत उत्तर प्रदेश में पहले से ही जारी कई योजनाओं और कुछ नई योजनाओं को एक साथ मिला दिया गया है। जिसके तहत दावा किया जा रहा है कि करीब सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। सरकार का दावा है कि उनकी कोशिश मजदूरों को उनके गांव के पास ही रोजगार देने की है।