अखिलेश यादव ने आर्थिक पैकेज को बताया जुमलों का पिटारा, कहा किसानों को कर्ज लेने के लिए कहा जा रहा है
आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना संकट के बीच पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किए गए आर्थिक पैकेज के दूसरे चरण का ब्यौरा दिया है। पहले दिन जहां टैक्स में छूट दी गई, MSME क्षेत्र में सुविधा दी गई। तो आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों को मदद देने का ऐलान किया है। कोरोना वायरस के बाद 3 करोड किसानों को 4.22 लाख करोड़ रुपए की मदद दी जाएगी। इस लोन में 3 महीने की छूट मिलेगी। कृषि ऋण पर रीपेमेंट की छूट 1 मार्च से 31 मई 2020 तक जारी रहेगी। वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार द्वारा जारी किए गए इस ऐलान को हवा हवाई बताया है।
ये कैसा समाधान है? किसानों से क़र्ज़ लेने के लिए कहा जा रहा है. ये समय भविष्य की हवा-हवाई बातों का नहीं, किसानों-ग़रीबों को तत्काल नकद राहत देने का है. सरकार के पैकेज की जैसे-जैसे परतें खुल रही हैं, वैसे-वैसे इसका खोखलापन भी सामने आ रहा है.
ये पैकेज नहीं जुमलों का पिटारा है. pic.twitter.com/mkTclQoIIh
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 14, 2020
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने कहा है कि सरकार ने यह कैसा समाधान निकाला है किसानों को कर्ज लेने के लिए कहा जा रहा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि “ये कैसा समाधान है? किसानों से क़र्ज़ लेने के लिए कहा जा रहा है। ये समय भविष्य की हवा-हवाई बातों का नहीं, किसानों-ग़रीबों को तत्काल नकद राहत देने का है। सरकार के पैकेज की जैसे-जैसे परतें खुल रही हैं, वैसे-वैसे इसका खोखलापन भी सामने आ रहा है। ये पैकेज नहीं जुमलों का पिटारा है।”
वही आपको बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि 2500000 नए किसानों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी जाएगी और इसके लिए ₹25000 करोड़ जारी किए गए हैं। वहीं राज्यों को फसल खरीद के लिए 6700 करोड़ दिए गए हैं। मार्च में 4200 करोड़ रुपये का ग्रामीण इंफ्रा फंड दिया। शहरी गरीब के लिए 7200 नए सेल्फ हेल्प ग्रुप बने है।