अखिलेश और शिवपाल यादव में बन गई बात या तय हो रही जिम्मेदारी, क्या है चाचा को लेकर भतीजे का प्लान?
इन चर्चाओं के बीच शिवपाल यादव इटावा से बीत दिनों लखनऊ पहुंचे. जबकि अखिलेश यादव भी दिल्ली में डिंपल यादव की शपथ ग्रहण के बाद लखनऊ आए तो किसी बड़े एलान की संभावनाएं जोर पकड़ने लगी.
उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के रिजल्ट आने के बाद प्रसपा का समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में विलय हो गया था. लेकिन इसके बाद से अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही है. हालांकि अभी तक करीब एक सप्ताह से ज्यादा होने के बाद भी चाचा शिवपाल यादव की भूमिका को लेकर सवाल बने हुए हैं. लेकिन इस बीच एक नई चर्चा शुरू हो गई है.
दरअसल, सपा में शिवपाल यादव की पार्टी का विलय होने के बाद उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा थी. उन्हें यूपी में सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा जोरों पर चली. साथ ही यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी भी शिवपाल यादव को दिए जाने की चर्चा चली. इस चर्चा को अखिलेश यादव के उपचुनाव के दौरान कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले बयान ने और बल दिया.
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई. इसके बाद शिवपाल यादव के लोकसभा चुनाव लड़ने की बात सामने आई. सूत्रों के अनुसार शिवपाल यादव को सपा लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी इटावा या फिरोजाबाद से उन्हें उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है. हालांकि इसको लेकर भी पार्टी को ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. चाचा का पार्टी में रोल और जिम्मेदारी के साथ ही कद की भी चर्चा जोरों पर है.
इन चर्चाओं के बीच शिवपाल यादव इटावा से बीत दिनों लखनऊ पहुंचे. जबकि अखिलेश यादव भी दिल्ली में डिंपल यादव की शपथ ग्रहण के बाद लखनऊ आए तो किसी बड़े एलान की संभावनाएं जोर पकड़ने लगी. लेकिन दो दिन बाद फिर बात वहीं रूक गई. जिसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या शिवपाल यादव की रोल को लेकर बात बन गई है या उनकी जिम्मेदारी तय कर दी गई है.