निजीकरण को लेकर अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री को कही ये बात
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार निजीकरण की मुहिम चलाकर संविधान में मिले अधिकारों को भी खत्म कर रही है। यादव ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समाज के हर वर्ग के लोगों को दुःखी किया है। भाजपा जिसे किसानों के लाभ का कानून बता रही है उससे किसान बर्बाद हो जाएंगे। केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकारें है लेकिन नौजवानों की ऐतिहासिक बेरोजगारी बढ़ रही है। निजीकरण से संविधान में मिले अधिकारों को भी खत्म किया जा रहा है। दिल्ली की सरकार बड़े-बड़े संस्थान बेच रही है। प्रदेश की सरकार चीजें बेचने में पीछे नहीं है।
पार्टी मुख्यालय में बसपा, भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों से आए नेताओं को सपा में शामिल करने के बाद श्री यादव ने कहा कि इनके आने से पार्टी का मनोबल बढ़ा है और बूथ पर लड़ने वाले नेता कार्यकर्ता हमें मिल रहे हैं। पार्टी की कोशिश रहेगी कि बिना भेदभाव ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाए। अब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। पंचायत चुनावों से भी शानदार परिणाम 2022 में आएगा। यादव ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। यूरिया खाद मंहगी है। इन्वेस्टमेंट आ रहा है तो कहां जा रहा है। माताएं बहनें कहीं सुरक्षित नहीं हैं तो आखिर कौन जिम्मेदार है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें और फर्जी एनकाउण्टर हुए हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही फेक एनकाउण्टर्स का सिलसिला शुरू हुआ था। यह पहली सरकार है जो उद्घाटन का उद्घाटन, शिलान्यास का शिलान्यास और एएमयू का एएमयू करती है।
उन्होने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस पार्टी को भी पीछे छोड़ दिया है जो सरकार जाने वाली है वह कहाँ से कितने इन्वेस्टमेंट ला पाएगी। यादव ने कहा कि समाजवादी खेती किसानी से जुड़े हुए है। सपा ने किसानों के सवाल पर भाजपा सरकार को घेरा है, अपमान सहा है, अत्याचार सहा है। 10 हजार से ज्यादा समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं नेताओं पर केस दर्ज किए गए हैं। समाजवादी पार्टी के विधायकों की पुलिस पिटाई लोकतंत्र की हत्या है। समाजवादी पार्टी सरकार में जो मंडिया बनी उनका काम भाजपा सरकार ने रोक दिया। इटावा में मैनपुरी में अनाज की मंडी, ग्रेटर नोएडा, आजमगढ़ में मंडी बनी थी, आलू की मंडी बनी थी उनके काम क्यों रोक दिए गए। किसान का धान, मक्का किस रेट पर खरीदा गया, सरकार बताए गन्ना किसानों का कितना रूपया बकाया है। भाजपा सरकार उद्योगपति पूंजीपतियों के साथ है किसानों के साथ नहीं।
उन्होने कहा कि सपा सरकार ने पुलिस को बेहतर से बेहतर व्यवस्था दी लेकिन सब कुछ भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया। केन्द्र ने पांच ट्रिलियन एकोनामी की बात की तो यूपी में एक ट्रिलियन इकोनामी का दावा किया पर भाजपा ने अपने किसी वादे पर अमल नहीं किया। किसान को न तो लागत का ड्योढ़ा मूल्य मिला, नहीं एमएसपी मिली और नहीं उसकी आय दुगनी हुई। उत्तर प्रदेश में ठोको नीति चल रही है। लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार में यूपी प्रथम स्थान पर है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की बदनामी की है।