भारत-चीन विवाद पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र से कहा इस मामले पर प्रतिपक्ष और जनता आपके साथ है
भारत और चीन के बीच अब भी सीमा विवाद थमा नहीं है। लद्दाख सरहद पर चीन की सेना अब भी तैनात है। चीन लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन से बातचीत के बाद भी विवाद बना हुआ है। ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को संसद सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से भारतीय सीमा में चीनी सेना की घुसपैठ पर चर्चा करने के लिए यह मांग की है। अब सीमा विवाद के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि “पूर्वी लद्दाख़ में भारतीय सीमा क्षेत्र में एक महीने से चीनी सेनाओं का अतिक्रमण देश को अस्वीकार्य है। सरकार को सख़्त क़दम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे। चूँकि भाजपा एकाधिकारी फ़ैसले लेती है अत: वह अपने को कमज़ोर समझ रही है। जबकि जनता और प्रतिपक्ष इस विषय पर उनके साथ है।
इससे पहले भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी सरहद का मुद्दा उठा चुके हैं। चीन और भारत के बीच सीमा विवाद पर अब कांग्रेस लगातार केंद्र पर हमला साध रही है। राहुल गांधी ने भी रविवार के दिन शायराना अंदाज में सीमा विवाद पर टिप्पणी की थी।
बता दें कि राहुल गांधी ने भी शायराना अंदाज में सीमा विवाद उठाया था। उन्होंने यह मुद्दा अमित शाह के उस रैली के बाद उठाया जिसमें उन्होंने कहा था की अमेरिका और इजरायल के बाद भारत की सीमा सबसे सुरक्षित सीमा रेखा है। इस पर राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा था कि “सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल के खुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख्याल अच्छा है।
हालांकि राहुल गांधी के इस ट्वीट का जवाब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दिया। उन्होंने लिखा कि मिर्जा गालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज में है- ‘हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।