अखिलेश यादव ने कहा मैं शूद्र हूं ,जवाब दें योगी आदित्यनाथ
लखनऊ –अखिलेश यादव ने कहा मैं धार्मिक ग्रंथ के खिलाफ नहीं हूं न मैं भगवान के खिलाफ हूं न मैं श्री राम के खिलाफ हूं न मैं रामचरितमानस के खिलाफ लेकिन मेरे पत्रकार साथी मैंने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि मुख्यमंत्री यदि योगी आदित्यनाथ जी न होते तो धार्मिक स्थान से न आए होते तो शायद मैं यह सवाल ना पूछता उनसे क्योंकि वह योगी भी हैं। धार्मिक भी हैं। और धर्म से उठकर सदन में आए हैं ।मैं सवाल आप से नहीं पूछूंगा। मैं यह सवाल योगी आदित्यनाथ जी से पूछ रहा हूं कि उस चौपाई को हमें पढ़कर सुना दे। उस चौपाई का अर्थ क्या है इस सवाल को मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सदन के अंदर पूछूंगा कि मैं शूद्र हूं कि नहीं हूं ।कल मैं मंदिर पर दर्शन करने के लिए जा रहा था, तभी वहां बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने गुंडागर्दी शुरू कर दी। हमें पता होता तो हम भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ जाते। मंदिर मे। आखिर यह गुंडई क्यों हुई। जब जब समाजवादी के लोग काला झंडा दिखा देते हैं, तो 2 साल के लिए जेल भिजवा देते हैं ।समाजवादी पार्टी केवल सिद्धांतों का विरोध करती है। अगर चौपाई अच्छी है तो अच्छी है और खराब है तो खराब है। न तो मैं धर्म का के खिलाफ हूं ना भगवान के खिलाफ हूं ना रामचरितमानस के खिलाफ मैं केवल यह पूछना चाहता हूं कि मैं शूद्र हूं कि नहीं हूं।