बरेली में सड़कों पर लोगों को सैनिटाइज करने पर अखिलेश यादव ने सरकार की व्यवस्था पर उठाए सवाल
देश में बढ़ते कोरोना के मरीजों की तादाद को कम करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन बावजूद इसके पलायन को मजबूर लोग सड़कों पर बैठने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में सड़कों को सनराइजेशन का काम किया जा रहा है वहीं सरकार की इसी व्यवस्था पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि यात्रियों पर सैनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से कुछ सवाल उठ रहे हैं।
1.क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं।
केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है।
भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है।
साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है।
यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल:
– क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
– केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?
– भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?
– साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है? pic.twitter.com/Wgqh8Ntkky— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2020
आपको बता दें कि दिल्ली से थके हुए अपने घरों को जाने वाले लोग रविवार को सेटेलाइट अड्डे पर बस मिलने की आस पर पहुंचे। इस दौरान उन लोगों को पहले ट्रैफिक पुलिस और पुलिस ने सड़क पर बैठा दिया। उसके बाद उन पर दवा छिड़कने और सैनेटाइज करने की बात कही गई। गरीब मजदूरों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह कहां जाएं और क्या हो रहा है। कुछ तो डर के मारे वहां बैठ गए वहीं कुछ गिरफ्तारी के डर से चुप चाप बैठे रहे। बाद में कुछ सिपाही उनके पास आए और कहा कि अपनी-अपनी आंखें बंद कर लो। करीब 100 से ज्यादा लोगों जिनमें दर्जनों छोटे बच्चे और महिलाएं शामिल थी। उन पर ऐसे सैनिटाइजेशन का छिड़काव किया गया लेकिन कुछ युवकों ने अपनी आंखें खोली रखी। थोड़ी देर बाद दमकल की गाड़ी से उनके ऊपर सोडियम हाइपोक्लोराइट के मिश्रण की बारिश कर दी। ऐसे तेज बौछार के बीच लोग नहाने लगे। थोड़ी देर बाद उनको दूसरी तरफ मुड़ कर बैठने को कहा गया। फिर उनके ऊपर दोबारा छिड़काव किया गया। इस दौरान कुछ लोगों की आंखों में पानी चला गया। जिससे उनकी आंखों में तेज जलन होने लगी। इसी पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं आपको बता दें 21 दिन के लोग दान के दौरान लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। इसीलिए लोग पलायन कर रहे थे। लोग पलायन न करें इसके लिए सरकार की तरफ से कई तरह की कोशिश भी की जा रही है लेकिन कुछ कोशिशों पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
हालांकि इस वीडियो के संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए। इसके बाद प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देश के अनुसार इलाज की बात कही।