लखीमपुर में शहीद किसान लवप्रीत के परिजनों से मिले अखिलेश यादव
लखीमपुर में शहीद किसान लवप्रीत के परिजनों से मिलने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने कहा: मैं परिवार से मिलकर आया हूं और परिवार न्याय चाहता है। परिवार के जितने भी सदस्य हैं जो परिवार आज मिला है मुझसे सब न्याय चाहते हैं और हम सब लोग सभी पॉलीटिकल पार्टीज इसलिए चलकर आ रहे हैं ताकि न्याय मिल सके। एक ताकतवर गृह राज्य मंत्री। धमकी देना। अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना और यह बताना कि मैं गृह मंत्री के अलावा और कुछ भी हूं।
वीडियो देखा उसमें गृह राज्य मंत्री खुद कह रहे हैं मैं गृह राज्यमंत्री हूं, सांसद हूं, लेकिन उसके अलावा और भी कुछ हूं। यह अहंकार इसलिए है क्योंकि वह सरकार में है। दोनो जगह है सरकार दिल्ली और लखनऊ। सरकार के ताकतवर होने की वजह से इतना अहंकार उनके अंदर है।
जिन लोगों की जान चली गई और जो गाड़ी चला रहे थे एफ आई आर दर्ज हो गई लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई है अभी तक मंत्री के बेटे पर जो गाड़ी चला रहे थे। भाजपा की सरकार है इसलिए मंत्री के बेटा गिरफ्तार नहीं होगा। इसलिए गिरफ्तार नहीं हो रहा है क्योंकि आरोपी के पिता गृह राज्य मंत्री हैं और इनकी सरकार दोनों जगह है। यह पहला उदाहरण आपको देखने को मिलेगा गोरखपुर का जो मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद का मामला है। वहां पर भी न्याय नहीं मिल रहा है। पीट पीट पर मार दिए गए और पुलिस पर आ रहे हैं।
पुलिस पर हम भरोसा करते हैं कि वह हमारी रक्षा करेगी लेकिन वही पुलिस जान ले ले और यहां देखिए गृह राज्य मंत्री जिस पर जिम्मेदारी है कानून व्यवस्था और पुलिस की और वही पुलिस मदद ना कर रही हो उनकी। इसलिए न्याय मिले यह मांग है समाजवादी पार्टी की। सुप्रीम कोर्ट ने सोमोटो इस घटना का लिया है अब हमें उम्मीद है कि गरीब परिवारों को न्याय मिलेगा जांच होगी।
गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे पर आरोप है उनको सजा मिलेगी और कानून उनको सजा देगा सुप्रीम कोर्ट जब सोमोटो ले लेगा तो वह खुद ही देखेगा कि कौन सी संस्था सही जांच कर सकती है।
तमाम वीडियो लोगों के पास है। कौन क्या कर रहा है। किस को चोट लगी। वह सब जब सुप्रीम कोर्ट के सामने आएंगा तो सच्चाई सामने आएगी। दोषी है भारतीय जनता पार्टी के गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे। पहले मैं तीनों परिवारों से मिल लूं उसके बाद हम मदद करेंगे। मैने परिवार को भरोसा दिलाया है।
समाजवादी पार्टी सरकार ने मांग की थी कि सरकार प्रत्येक मृतक आश्रित परिवार को ₹20000000 मुआवजा दें। सरकारी नौकरी दें। अगर यह सरकार मदद नहीं करती है तो समय आने पर सरकार बनने के बाद समाजवादी पार्टी मदद करेगी। बहराइच आज हम नहीं जाएंगे कार्यक्रम बाद में तय करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में जब सरकार अपना पक्ष रखेगी तब, सपा निर्णय करेगी