28 मार्च की मीटिंग में अखिलेश यादव ले सकते हैं एक और बड़ा फैसला, क्या शिवपाल होंगे फैसले में शामिल
28 मार्च की मीटिंग प्रदेश अध्यक्ष को लेकर होगी चर्चा, तो शिवपाल यादव की फिर से बनी उम्मीद
लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव के दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के बीच सुधरे रिश्ते एक बार फिर तनाव देखने को मिल रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक सपा के निशान पर विधायक चुने गए शिवपाल सिंह यादव, शनिवार को हुई सपा के विधायकों की बैठक में नहीं गए. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मुझे बुलाया ही नहीं है. शिवपाल यादव ने दावा किया कि सभी विधायकों को सूचना दी गई, लेकिन मुझे कुछ नहीं बताया गया.
शिवपाल यादव ने कहा कि मुझे पहली ही बैठक में नहीं बुलाया गया. माना जा रहा है कि प्रसपा नेता के इस बयान से गठबंधन की गांठ खुलती दिख रही है. यूपी में सपा की हार को लेकर एक सवाल पर भी शिवपाल सिंह यादव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
क्या बोले शिवपाल यादव
प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मुझे कुछ पता नहीं है. समय आने पर सब पता चलेगा. राष्ट्रीय नेता से पूछिए. हार से जुड़े सवाल पर शिवपाल सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय नेता समीक्षा तो करें. उन्होंने कहा कि जब मुझे कोई सूचना ही नहीं दी गई तो विधानमंडल दल की बैठक में जाना उचित नहीं है. मैंने हमेशा कहा है कि मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी मैं उसे निभाऊंगा. लेकिन मुझे बताया तक नहीं गया. अपनी उपेक्षा से जुड़े सवाल पर शिवपाल ने कहा कि आगे का फैसला समय आने पर लिया जाएगा. बता दें अखिलेश यादव, शनिवार को सपा के विधायकों के साथ मीटिंग किया है. जिसके बाद इस बैठक में विधानसभा में नेता अखिलेश यादव को सपा प्रतिपक्ष बनाया गया है.
क्या बोले सपा प्रदेश अध्यक्ष
वहीं सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने 28 मार्च को हमारे सहयोगी दलों के नेताओं, राष्ट्रीय अध्यक्षों और विधायकों को आमंत्रित किया है. वह उसी दिन आएंगे. उस दिन सबके साथ मिलकर सदन की कार्यवाही पर चर्चा की जाएगी. सदन में सार्वजनिक मुद्दों को कैसे उठाया जाएगा, इस पर भी चर्चा की जाएगी.