इटावा में अखिलेश ने जीता निर्विरोध तो गोरखपुर में योगी बौखला गए
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उत्तर प्रदेश में इस वक्त पंचायत चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव की प्रक्रिया जारी है, अलग-अलग जगहों पर नामांकन हो रहे हैं पूरा नतीजा 5 जून को आएगा, मगर अखिलेश यादव के गृह जनपद यानी इटावा में समाजवादी पार्टी निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीत गई है, जिसके बाद लखनऊ से गोरखपुर और दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों की हलचल तेज हो गई है।
उत्तर प्रदेश में इस वक्त दो शहरों पर सबकी निगाहें विशेष रूप से टिकी हुई है, पहला है इटावा जहां का परिणाम आ चुका है, अब दूसरा शहर है गोरखपुर जहां का परिणाम आना है
अखिलेश जैसे अपने प्रत्याशी को निर्विरोध इटावा से चुनाव जीता लिए, अब योगी आदित्यनाथ भी चाहते हैं कि गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध चुनाव जीत जाए, जिस कारण से तमाम रणनीतियां और राजनीतिक समीकरण बनाए जा रहे हैं मगर समाजवादी पार्टी गोरखपुर से अपने प्रत्याशी का नाम घोषित कर चुकी है, और समाजवादी पार्टी पर्चा दाखिला करने की तैयारी कर रही है मगर सपा के नेताओं का यह आरोप है कि बीजेपी के कहने की वजह से प्रशासन गोरखपुर में उनको पर्चा दाखिल करने ही नहीं दे रहा है, सपा नेताओं का यह भी आरोप है कि योगी आदित्यनाथ इटावा की जीत की वजह बौखलाए बैठे हैं और इसी कारण की वजह से पर्चा दाखिल नहीं होने दे रहे हैं।
इटावा से परिणाम आने के बाद अब सबकी नजर केवल गोरखपुर पर टिकी है कि गोरखपुर में क्या परिणाम आता है क्या योगी आदित्यनाथ निर्विरोध चुनाव अपने प्रत्याशी को जीता पाते हैं या समाजवादी पार्टी गोरखपुर में भी बाजी मारने में कामयाब होती है।