बीजेपी के या नेता इस मुद्दे पर दे सकते हैं अखिलेश को समर्थन
कई बार राजनीति में ऐसा समीकरण बैठता है कि एक दूसरे के कट्टर विरोधी भी एक दूसरे का समर्थन करते हुए नजर आते हैं हाल ही में न्यूज़ नशा ने सत्ता के गलियारों में कई नेताओं से मुलाकात की आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के कई विधायक और कई बड़े नेता जो पिछड़े वर्ग से आते हैं वह इस बात पर अपनी सहमति ऑफ द रिकॉर्ड दर्ज करते हुए नजर आए कि बीजेपी गवर्नमेंट में आरक्षण को लेकर कहीं ना कहीं ढिलाई बरती गई आरक्षण को लागू कराने में बीजेपी का रवैया असमंजस वाला है ना तो पूरी तरीके से आरक्षण को लागू कराया जाता है और ना तो हटाया जाता है मगर लागू ना कराना एक तरीके से हटाना ही होता है और इस मुद्दे पर बीजेपी के अंदर ही पिछड़े वर्ग के नेताओं में नाराजगी है
उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव है और इस चुनाव में कई तरह के मुद्दे चुनावी होंगे वही बीजेपी के अंदर विधायक और नेता जो पिछड़े वर्ग से आते हैं वह चाहते हैं कि इस बार आरक्षण का मुद्दा भी जरूरी है उठाना, यहां तक की न्यूज़ नशा से ऑफ द रिकॉर्ड एक बीजेपी के पिछड़े वर्ग के नेता ने कहा कि अगर आरक्षण का मुद्दा हमारी विरोधी पार्टी समाजवादी पार्टी अगर उठाती है तो हम लोग भी इस मुद्दे पर उनका समर्थन कर देंगे भले पार्टी लाइन से हटकर करना पड़े मगर यह मुद्दा मजबूती से उठाना पड़ेगा इसे कहीं ना कहीं यह साफ है बीजेपी के अंदर आरक्षण को लेकर मतभेद है और बीजेपी के ही पिछड़े वर्ग के नेता चाहते हैं इस मुद्दे को मजबूती के साथ चुनाव में रखा जाए जिससे वह अपनी पार्टी पर दबाव बना पाए।