शिवपाल को याद आए अखिलेश:चुनाव से पहले शिवपाल यादव बोल
सपा से गठबंधन के विकल्प खुले, ईश्वर अखिलेश को सद्बुद्धि दें
शिवपाल यादव यूपी में सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा निकाल रहे हैं। उनकी रथयात्रा प्रयागराज पहुंची है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा है कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए सारे विकल्प खुले हैं। हम समान विचारधारा वाले सेक्युलर दलों से गठबंधन चाहते हैं, लेकिन प्राथमिकता समाजवादी पार्टी है। हमारा प्रयास है कि हम एक होकर लड़ेंगे तो कामयाब होंगे और भाजपा को हरा पाएंगे।
वहीं, भतीजे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के गठबंधन के लिए तैयार न होने को लेकर उन्होंने कहा कि हमने मथुरा कृष्ण जन्मभूमि से यात्रा शुरू की। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में यात्रा समाप्त होगी। ईश्वरीय शक्तियों से प्रार्थना की है कि अखिलेश यादव को सद्बुद्धि मिले। शिवपाल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में संकेत दिए कि वे कांग्रेस से भी गठबंधन कर सकते हैं।
प्रयागराज में सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा लेकर पहुंचे शिवपाल भाजपा पर हमलावर दिखे। महंगाई, भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर उन्होंने भाजपा को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुंडों और माफियाओ का राज है, किसानों पर अत्याचार हो रहा है।
शिवपाल यादव ने बाघ्ंबरी गद्दी पहुंचकर नरेंद्र गिरि की समाधि पर माथा टेका।
भाजपा के यादव सम्मेलन पर भी कसा तंज
भाजपा की तरफ से यादव सम्मेलन आयोजित करने पर शिवपाल ने कहा कि भाजपा ने पिछड़ों, यादवों और अल्पसंख्यकों की सबसे ज्यादा उपेक्षा की है। यादव और अल्पसंख्यक अब भाजपा को समझ चुके हैं। वहीं प्रियंका गांधी के महिलाओं को 40% आरक्षण देने की बात पर शिवपाल ने कहा कि चाहें तो 51% आरक्षण दें, लेकिन पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यकों को तवज्जो मिलनी चाहिए।
सुरक्षा, बंगला देकर भाजपा ने कोई अहसान नहीं किया
भाजपा की तरफ झुकाव होने और राज्य सरकार की तरफ से उन्हें सुरक्षा और बंगला देने के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि मैं एक वरिष्ठ नेता हूं। कैबिनेट मंत्री भी रह चुका हूं। ऐसे में सरकार अगर सुरक्षा दे रही है तो यह कोई अहसान नहीं है। सुरक्षा और बंगला देना सरकार का कर्तव्य है।
महंत नरेंद्र गिरि मामले की गहराई से जांच हो
शिवपाल सुबह 8 बजे श्री मठ बाघंबरी गद्दी भी पहुंचे। उन्होंने नरेंद्र गिरि की समाधि पर जाकर माथा टेका और श्रद्धांजलि दी। नरेंद्र गिरी केस पर उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए ,ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उन्होंने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि जिस व्यक्तित्व के स्वामी थे उस व्यक्तित्व का व्यक्ति आत्महत्या नहीं कर सकता।
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