योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण में जाने को लेकर अखिलेश ने कही ये बात, जानें क्या
‘न तो मुझे बुलाया जाएगा और न ही मैं जाउंगा’, शपथ ग्रहण पर अखिलेश का तंज
लखनऊ: योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दोबारा शपथ लेकर एक बार फिर यूपी सरकार की बागडोर संभालेंगे। योगी के शपथ समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। समारोह में 200 से ज्यादा वीवीआईपी के अलावा हजारों लोगों को बुलाया जाना है।इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शपथ समारोह को लेकर भी योगी पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि न मुझे बुलाया जाएगा और न ही मैं जाऊंगा। अखिलेश ने कहा कि सरकार को मेरा एक ही सुझाव है कि वे अब उत्तर प्रदेश के लोगों से झूठ न बोलें। अखिलेश यादव सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारी विभाग में पिछले पांच सालों में करीब 11 लाख पद रिक्त हैं। नौजवान निराश हुए हैं। सरकार ने फौज में भी भर्ती रोक दी है। जनता ने जो समर्थन दिया है। मुझे उम्मीद है कि भाजपा इस बार पहले की तरह झूठ न बोले, बल्कि पुराने और नए वादों को पूरा करे।
गठबंधन को लेकर अखिलेश ने कही ये बात
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर समेत अन्य जो भी दल सपा से गठबंधन करके विधान सभा का चुनाव लड़े हैं। वे सभी दल सपा के साथ हैं और आगे भी साथ रहकर चुनाव लड़ेंगे।आजमगढ़ की लोकसभा सीट और करहल की विधान सभा सीट में से किस सीट पर रहेंगे, किस सीट को छोड़ेंगे, के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं इस संबंध में पार्टी के लोगों से राय ले रहा हूं। इस दौरान कई तरह के सुझाव मिल रहे हैं। पार्टी के हित में जो भी सही होगा, वह निर्णय लिया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि एमएलसी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लोग माफिर्याओं के सामने अपने प्रत्याशी नहीं उतार रहे।
सपा चुनाव में हारी नहीं, बल्कि सीटें बढ़ीं
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्र में गठबंधन का वोट बढ़ा है। आगे चलकर सपा गठबंधन भाजपा की सीटें कम करके उन्हें हराने का काम करेगी। अखिलेश ने कहा कि जनता कुछ और सोच रही थी, लेकिन परिणाम कुछ और आया है। अखिलेश यादव ने कहा कि ईवीएम पर बहस का समय नहीं है, लेकिन जिस तरह से प्रशासन ने किया। मैं कहूंगा तो लोग कहेंगे कि सपा हार गई इसलिए आरोप लगा रही है। लेकिन गणना के समय कई जगहों पर प्रशासन ने काउंटिंग रोक दी गई। अखबारों के जरिए सबको पता चल गया।अखिलेश ने कहा कि वाराणसी साउथ के सीट पर 20 राउंड तक किशन दिक्षित जीत रहे थे। 22 वें राउंड के बाद उनकी जीत का फासला कम हो गया और 25 वें राउंड में दस हजार वोट से चुनाव हार गए। कई जगहों पर तीन घंटे तक गणना रोक दी गई। उन्होंने कहा कि एमएलसी चुनाव में प्रशासन से भी लड़ना होगा।
जब योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण में पहुंते मुलायम और अखिलेश
बता दे कि 2017 में जब योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बतौर यूपी सीएम शपथ ली थी। उस दौरान योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में शपथ ग्रहण की थी। इस दौरान मंच पर एक अनोखा नजारा देखने को मिला। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव अपने बेटे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का हाथ पकड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंचे। इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने पीएम मोदी से हाथ मिलाया और उनके कान में भी कुछ फुसफुसाया, अखिलेश यादव इस दौरान उनके साथ थे। अखिलेश यादव ने दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों बार प्रधानमंत्री नरेंद्र से उन्होंने हाथ मिलाया।योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों ही पहुंचे थे। अखिलेश यादव जब शपथ से पहले मंच पर पहुंचे थे तो सभी विधायकों से मुलाकात की थी।