अखिलेश ने कहा BJP राज में गरीबी रेखा में भीषण बढ़ोत्तरी, 2022 में जनता लेगी बदला
लखनऊ. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि बीजेपी (BJP) के राज में गरीबी तो हटी नहीं, गरीब की हालत और खराब हो गई. साथ ही गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों की संख्या बराबर बढ़ती गई है. बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए पहली सरकारों से भी बढ़-चढ़कर वादे किए और अपने वादे भूलने में देर भी नहीं की. गरीब पर बीजेपी राज में चौतरफा मार पड़ी है. अखिलेश यादव ने कहा कि अब जनता 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से बदला लेगी.
लिखित में जारी अपने बयान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी राज में आज जनसामान्य की जिंदगी दूभर हो गई है. मंहगाई की मार ने लोगों की कमर तोड़ दी हैं. पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों ने खाद्य पदार्थों के दामों में आग लगा दी है तो अब घरेलू ईंधन गैस के दामों में बढ़ोत्तरी से घरेलू अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. महिलाओं को इससे सर्वाधिक कष्ट पहुंचा है. जुलाई से लेकर अगस्त महीने के बीच खाने का तेल और अरहर की दाल के दामों में 5 से 10 रूपए की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं थोक में चीनी के दाम जहां गतमाह 36 सौ रूपये प्रतिकुंटल थे अब 39 सौ रूपये प्रतिकुंटल हो गए है, इसमें और भी वृद्धि की सम्भावना है. जबसे बीजेपी सरकार आई है तभी से खाने पीने की चीजों में लगातार बढोत्तरी हुई है. सरसों का तेल अगस्त 2021 में 170 रूपये प्रति लीटर हो गया है.
उज्ज्वला योजना पर निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि “समझ में नहीं आता है कि घर-गृहस्थी पर चोट करके बीजेपी को क्या मिल रहा है? एक ओर जहां उज्ज्वला योजना का प्रचार हो रहा है तो दूसरी ओर ऐसे हालत पैदा किए जा रहे हैं कि गरीब या मध्यम वर्गीय दुबारा गैस सिलेण्डर ही नहीं खरीद पाए. बीजेपी सरकार डेढ़ साल पहले ही गैस पर सब्सिडी बंद करदी. पिछले वर्षों में गैस सिलेण्डर के दामों में दोगुनी से ज्यादा मूल्य वृद्धि हुई है. सब्सिडी वाले एलपीजी गैस सिलेण्डर की कीमत में एक जनवरी से कुल 165 रूपए प्रति सिलेण्डर की बढ़ोत्तरी हुई है. लखनऊ में अब यह रसोई गैस सिलेण्डर 897.50 रूपए में मिल रहा है.
2022 में सत्ता से होंगे बाहर
अखिलेश यादव ने कहा कि अर्थशास्त्रियों का कहना है कि महंगाई का भीषण दबाव फिर बन सकता है. जनता रोज-रोज की इस महंगाई से बुरी तरह त्रस्त हो चुकी है. अब उसने ठान लिया है कि वह 2022 में किसी भी हालत में बीजेपी को फिर सत्ता में नहीं आने देगी.