अखिलेश बोले- CM योगी समाजवाद का मूलपाठ पढ़ें, भेदभाव से नहीं चलेगा काम..
लखनऊ –निकाय चुनाव के लिए अदालत के आदेश पर गठित किये गए पिछड़ा वर्ग आयोग ने कल शाम मुख्यमंत्री को अपनी सर्वे रिपोर्ट सौंपी। इस मौके पर जो तस्वीर सामने आयी उसमें देखा गया कि आयोग सभी सदस्य पैरों से जूते निकालकर मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं। इसी बात को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए भेदकारी सोच वाला बताया है।
इस पूरे मामले पर अखिलेश यादव ने अपने ट्वविटर हैंडल पर लिखा है कि मुख्यमंत्री खुद, उनके आसपास रहने वाले उनके खास लोग जूता पहन सकते हैं तो फिर पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवा लिए गए.। अखिलेश ने सवाल उठाया कि इस तरह की भेदकारी सोच वाले लोग अपने साथ जब जूता पहनकर खड़े नहीं होने दे सकते हैं तो यह लोग पिछड़ों को उनके अधिकार तो कभी दे ही नहीं सकते। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि समाजवाद का मूल बराबरी होता है।उन्होंने कहा कि पिछड़ा और दलित वर्ग अब भाजपा के झांसे में कभी नहीं आने वाला।
बता दें कि प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव कराने को लेकर गठित किये गए पिछड़ा वर्ग आयोग ने सर्वे पूरा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंप दी है. माना जा रहा है कि अब जल्द ही निकाय चुनाव के तारिख की घोषणा होगी। निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर मामला हाईकोर्ट गया था जिसके बाद उच्च न्यायलय ने नए सिरे से सर्वे करा कर चुनाव कराने का सरकार को निर्देश दिया था। कोर्ट के आदेश पर सरकार ने 5 सदस्यीय पिछड़ा वर्ग आयोग गठित किया था जिसकी रिपोर्ट आयोग ने तय तारीख 31 मार्च से पहले सौंप दी है।
दरअसल, यूपी के नगर निकाय चुनाव में OBC आरक्षण के लिए बने ओबीसी आयोग ने अपनी रिपोर्ट गुरुवार को सीएम योगी को सौंपी थी। इसके बाद एक फोटो सामने आई जिसमें सीएम योगी को 350 पन्नों की रिपोर्ट सौंपते कुछ अधिकारी दिखे। इस फोटो में सीएम योगी के साथ कुछ लोग जूता पहने दिख रहे हैं। वहीं कुछ लोग बिना जूते के भी थे। जब योगी कैबिनेट से इस रिपोर्ट को मंजूरी मिल गई। इसके बाद अखिलेश यादव ने इसको लेकर ट्वीट कर यूपी सरकार पर निशाना साधा है।