दो नाव में सवार अजित पवार के बयान झूठे और भ्रामक, बोले शरद पवार
जिस अजित पवार ने बीजेपी को समर्थन दे महाराष्ट्र की सियासत हिला दी, उन्होंने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एनसीपी के साथ जुड़े रहने की बात की है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के साथ सरकार बनाने का भी दावा किया है। महाराष्ट्र की सियासी गर्मागर्मी में उनका ये बयान मामले को और पेचीदा बना रहा है।
एनसीपी नेता अजित पवार ने ट्वीट किया है कि ‘मैं NCP के साथ था और NCP के साथ ही रहूँगा, और शरद पवार साहब ही हमारे नेता रहेंगे। हमारा बीजेपी -एनसीपी गठबंधन महाराष्ट्र को अगले पांच सालों के लिए एक स्थाई सरकार देगा जो निष्ठा से राज्य और राज्य के लोगो के हित में काम करेगी।’
I am in the NCP and shall always be in the NCP and @PawarSpeaks Saheb is our leader.
Our BJP-NCP alliance shall provide a stable Government in Maharashtra for the next five years which will work sincerely for the welfare of the State and its people.
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) November 24, 2019
हालाँकि अजित पवार के इस ट्वीट के जवाब में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी ट्वीट कर दो टूक जवाब दे दिया है। उन्होंने लिखा ‘महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ गठबंधन करने का सवाल ही नहीं उठता। एनसीपी ने राज्य में सरकार गठन के लिए शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया है। अजित पवार के बयान झूठे और भ्रामक हैं और लोगों के बीच गलत धारणा बना रहे हैं।’
There is no question of forming an alliance with @BJP4Maharashtra.
NCP has unanimously decided to ally with @ShivSena & @INCMaharashtra to form the government. Shri Ajit Pawar’s statement is false and misleading in order to create confusion and false perception among the people.— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 24, 2019
गौरतलब है कि बीते दिन से एनसीपी नेता अजित पवार को वापिस अपने खेमे में आने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और शरद पवार ने अजित पवार के भाई श्रीनिवास से भी बात की। लेकिन अजित पवार बीजेपी को समर्थन देने पर अड़े हैं। उन्होंने साफ कह दिया कि इसी में एनसीपी का फायदा है। वहीँ एनसीपी नेताओं के साथ बैठक के बाद आदित्य ठाकरे और संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की पुत्री सुप्रिया और रोहित पवार से मुलाकात की।