Ajit Kumar मोहंती बने नए अध्यक्ष ,सरकार ने किया परमाणु ऊर्जा आयोग का पुनर्गठन

Ajit Kumar Mohanty को आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आयोग के पुनर्गठन से देश में परमाणु ऊर्जा से जुड़ी योजनाओं को और अधिक गति मिलने की संभावना जताई जा रही है।

केंद्र सरकार ने देश में परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से परमाणु ऊर्जा आयोग का पुनर्गठन किया है। इस पुनर्गठन के तहत वरिष्ठ भौतिक वैज्ञानिक Ajit Kumar Mohanty को आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आयोग के पुनर्गठन से देश में परमाणु ऊर्जा से जुड़ी योजनाओं को और अधिक गति मिलने की संभावना जताई जा रही है।

Ajit Kumar Mohanty : नए अध्यक्ष की पृष्ठभूमि

अजीत कुमार मोहंती देश के प्रतिष्ठित भौतिक वैज्ञानिकों में से एक हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में योगदान दिया है और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में उनका अनुभव अत्यधिक व्यापक है। इससे पहले वे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) के निदेशक के पद पर कार्यरत थे। अपने करियर के दौरान उन्होंने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं, जो उनकी विशेषज्ञता को दर्शाता है।

टीवी सोमनाथन और मनोज गोविल बने नए सदस्य

परमाणु ऊर्जा आयोग के पुनर्गठन के तहत सरकार ने दो नए सदस्यों की भी नियुक्ति की है। इनमें से टीवी सोमनाथन, जो वर्तमान में वित्त सचिव हैं, और मनोज गोविल, जो आर्थिक मामलों के सचिव हैं, को सदस्य बनाया गया है। दोनों अधिकारी प्रशासनिक और आर्थिक मामलों में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं, जिससे आयोग को नीतिगत फैसलों में मजबूती मिलेगी।

परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में नए कदम

सरकार का यह कदम ऐसे समय पर आया है जब देश में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है और सतत ऊर्जा स्रोतों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। परमाणु ऊर्जा एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में उभर रहा है, और विशेषज्ञों का मानना है कि इस पुनर्गठन से देश में परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी।

Ajit Kumar Mohanty , आयोग की भूमिका और महत्व

परमाणु ऊर्जा आयोग का मुख्य कार्य देश में परमाणु ऊर्जा से संबंधित नीतियों का निर्धारण और उनके क्रियान्वयन की निगरानी करना है। यह आयोग ऊर्जा उत्पादन, अनुसंधान, परमाणु सुरक्षा और नई परियोजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेता है। नए अध्यक्ष और सदस्यों के साथ, आयोग की भूमिका और अधिक प्रभावशाली हो सकती है, जिससे देश को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

सरकार की प्राथमिकता: स्वच्छ ऊर्जा का प्रसार

सरकार स्वच्छ ऊर्जा के प्रसार पर जोर दे रही है, और इस दिशा में परमाणु ऊर्जा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। कोयला आधारित ऊर्जा पर निर्भरता कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए परमाणु ऊर्जा एक बेहतरीन विकल्प माना जा रहा है। इस पुनर्गठन के बाद उम्मीद की जा रही है कि परमाणु ऊर्जा से जुड़ी नई परियोजनाओं में तेजी आएगी।

भविष्य की योजनाएं

नए अध्यक्ष अजीत कुमार मोहंती ने पद संभालने के बाद अपने बयान में कहा कि वे देश में परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी प्राथमिकता सुरक्षित और टिकाऊ परमाणु ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने की होगी। इसके साथ ही, नए सदस्यों के सहयोग से आयोग आर्थिक रूप से व्यवहार्य नीतियों को लागू करने पर भी ध्यान देगा।

Ajit Kumar Mohanty

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परमाणु ऊर्जा आयोग के पुनर्गठन से देश में ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव होने की संभावना है। Ajit Kumar Mohanty जैसे अनुभवी वैज्ञानिक के नेतृत्व में आयोग नई ऊंचाइयों को छू सकता है। टीवी सोमनाथन और मनोज गोविल जैसे अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति से आयोग की नीतिगत और आर्थिक क्षमता में भी सुधार होगा। यह कदम देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

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