1 नवंबर से बंद हो रहे हैं एयर सेल के फोन, तुरंत कराएं पोर्ट
एक नवंबर से पहले अपना नंबर पोर्ट न कराने की स्थिति में आपका फ़ोन नंबर बन्द हो सकता है । हाल ही में टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (TRAI) द्वारा जारी की गई रिलीज़ के मुताबिक, एक नवंबर से एयरसेल टेलीकॉम कंपनी की सेवाएँ बंद हो जाएंगी । ऐसे में एयरसेल के करीब 7 करोड़ यूज़र्स को 31 अक्टूबर तक अपना नंबर दूसरे नेटवर्क में पोर्ट करना होगा । नंबर पोर्ट नही कराने पर एक नवंबर से उनका फ़ोन नंबर बंद हो जाएगा और दोबारा ऐक्टिवेट नहीं होगा ।
साल 2018 की शुरुआत में कड़े कॉम्पेटिशन के चलते एयरसेल (Aircel) ने अपनी सेवाएं देनी बंद कर दी थीं । इसके साथ ही फरवरी 2018 में एयरसेल ने ट्राई से एडिशनल यूनीक पोर्टिंग कोड्स (UPC) देने के लिए कहा था । 22 फरवरी 2018 को एयरसेल ने ट्राई से यूपीसी देने को कहा ताकि उसके कस्टमर्स मोबाइल नंबर को बिना पोर्ट किए सर्विस को जारी रख सकें । 28 फरवरी को ट्राई ने एयरसेल को एडिशनल कोड दिया । जानकारी के मुताबिक 28 फरवरी 2018 से 31 अगस्त 2019 के बीच करीब 19 मिलियन एयरसेल कस्टमर्स ने एमएनपी का विकल्प चुना यानी कि अपना नंबर पोर्ट करवाया ।
एयरसेल के थे करोड़ों में कस्टमर्स
गौरतलब है कि साल 2018 में जब एयरसेल ने सर्विस बंद की थी तब इसके 90 मिलियन यानी 9 करोड़ यूज़र्स थे । सर्विस बन्द करते समय एयरसेल ने अपने उपभोगताओं को वेबसाइट के माध्यम से यूपीसी जेनरेट करने की सुविधा दी थी । TRAI की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में एयरसेल के करीब 70 मिलियन (7 करोड़) यूजर्स हैं । लेकिन 1 नवंबर तक इन्हें भी अपने फ़ोन नंबर की सर्विस प्रोवाइडर कंपनी किसी अन्य नेटवर्क में पोर्ट करानी होगी । अगर इन्होंने तय तारीख से पहले नंबर पोर्ट नहीं कराया तो इनका नंबर बंद हो जाएगा ।
ऐसे करा सकते हैं पोर्ट
इस वक्त वेबसाइट सक्रिय न होने की वजह से एयरसेल वेबसाइट के ज़रिए यूपीसी नही दे सकती । इसलिए अब एयरसेल उपभोगताओं को नंबर पोर्ट कराने के लिए मैनुअली यूपीसी जेनरेट करना पड़ेगा । इसके लिए कस्टमर्स को मैन्युअली नेटवर्क सलेक्ट करने के बाद टेक्स्ट मैसेज बॉक्स में PORT टाइप करना होगा । PORT के बाद अपना एयरसेल मोबाइल नंबर लिखकर 1900 पर भेजना होगा । कुछ मिनट में आपके नंबर पर यूनीक पोर्टिंग कोड (UPC) आ जाएगा । इसके बाद आप जिस टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर की सेवा लेना चाहते हैं, उसके स्टोर पर जाएं । वहां UPC कोड की मदद से आपका नंबर दूसरे नेटवर्क में पोर्ट किया जा सकेगा । इस पूरी प्रक्रिया में तकरीबन एक सप्ताह का समय लग सकता है ।