तिरंगे से करेंगे विरोध प्रदर्शन, बोले ओवैसी !
देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। ऐसे में शनिवार देर रात, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद के दारुस्सलाम में एक रैली को संबोधित किया। CAA और NRC के विरोध में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रिय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा।
AIMIM प्रमुख ओवैसी ने लोगों से अपने घरों के बाहर तिरंगा लहराने की अपील की। उन्होंने लोगों से नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में बीजेपी को संदेश देने के लिए ऐसा करने की बात कही। ओवैसी ने कहा कि हमारे घरों पर तिरंगा होना RSS और बीजेपी के लिए संदेश होगा कि महात्मा गांधी और अंबेडकर का संदेश और संविधान अभी भी जिंदा है। ये मुसलमानों की लड़ाई नहीं है और इस लड़ाई में अकेले मुसलमान नहीं हैं। ये देश को बचाने की लड़ाई है।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि लोगों को गोली मारी जा रही है जो सही नहीं है। मैं CAA से सिर्फ धर्म को हटाने की मांग कर रहा हूं। एनआरसी काला कानून है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को पता है कि हमारी अर्थव्यवस्था खराब हालत में है। लेकिन वे बेरोजगारी, जीडीपी और अर्थव्यवस्था पर बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को धर्म के नाम पर चलाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ‘बीजेपी टू नेशन थ्योरी की बात करती है। इतिहास में कमजोर पीएम मोदी और अमित शाह को मैं बताना चाहता हूं कि ये वही दारुस्सलाम मैदान है जहां पर जिन्ना ने एक सभा में हिस्सा लिया था। तब हमने उनकी मांग को ठुकरा दिया था। अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले लोगों को नागरिकता देने पर हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ये सिर्फ धर्म के आधार पर ही क्यों।’
इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी हमें गद्दार कहती है, लेकिन बता दूं कि मैं जन्म से ही भारतीय हूं। आजादी के 70 साल बाद आप हमारे ऊपर सवाल उठा रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि मैं मोदी के समर्थकों को चेतावनी देता हूं कि उन्हें भी कतार में लगना होगा।’ AIMIM प्रमुख ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कहते हैं कि आधार कार्ड के होने से कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन आधार का सेक्शन 9 मंत्री की बात को खारिज करता है।
इसके साथ ही AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं मारे गए लोगों पर राजनीति नहीं करूंगा। उत्तर प्रदेश में एक दिन में 12 लोगों की मौत हो जाती है, क्योंकि वहां के मुख्यमंत्री बदला लेने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि असम में 5.40 लाख हिंदू बंगालियों को CAA के तहत नागरिकता मिल जाएगी, लेकिन मुस्लिमों को नहीं मिलेगी। ये लंबी लड़ाई होगी। हमें गांधी के बताए रास्ते पर सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी। हमें 6 से 7 महीने तक बिना हिंसा के प्रदर्शन करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने रैली में 30 जनवरी 2020, 23 मार्च और 14 अप्रैल को संविधान बचाओ दिवस मनाने की बात कही। बता दें कि इस दौरान उन्होंने जामिया और एएमयू में हुई हिंसा की भी निंदा की।