कोरोना काल के बीच एम्स के नर्स धरने पर बैठे, अच्छी फैसिलिटी ना मिलने से परेशान हैं नर्स
कोरोना वायरस के मामले दिल्ली में भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार कह रहे हैं कि दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था है बहुत अच्छी हैं। दिल्ली के अस्पतालों के बाद अच्छा कर दिया गया है। लेकिन कि क्या इन अस्पतालों में काम कर रहे डॉक्टर और नर्स इसको अच्छे से ट्रीट किया जा रहा है। यह एक बड़ा सवाल बन गया है क्योंकि ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस ( AIIMS) के नर्स इस समय धरने पर बैठे हुए हैं। नर्सों का कहना है कि इन लोगों को 6-6 घंटे पीपीई किट पहन कर काम करने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही इन लोगों का कहना है कि इन्हें रिफेसमेंट तक सही से नहीं दी जा रही इसलिए अब ये धरने पर बैठ गए हैं।
इन लोगों का कहना है कि पिछले ढाई महीने से यह लगातार काम कर रहे हैं। नर्सेज का कहना है कि हम सभी लोग देश की सेवा कर रहे हैं। लेकिन अब एडमिनिस्ट्रेशन ने यह फैसला लिया है कि 6-6 घंटे ड्यूटी करनी है। इन लोगों के लिए 6 घंटे पीपीई किट पहन कर काम करना बेहद मुश्किल हो रहा है। नर्सेज का कहना है कि कोई रिफ्रेशमेंट नहीं दी जा रही है, ना ही कोई फैसिलिटी दी जा रही है। स्टाफ कमजोर हो गया है जिससे अब पीपीई किट पहनकर काम करना बहुत मुश्किल हो गया है। इसलिए अब यह नर्से प्रोटेस्ट कर रहे हैं। नर्सेज यूनिटी के यहां नारे भी लगाए गए