कोरोना संकट : गरबा आयोजन न होने से 40 से 50 करोड़ का नुकसान, 20 हजार श्रमिक होंगे प्रभावित
अहमदाबाद। कोरोना संकट के चलते राज्य सरकार ने नवरात्र पर होने वाले सामूहिक भव्य आयोजनों पर प्रतिबंध लगा देने से व्यापारियों को 40-50 करोड़ रुपये का नुकसान होने की संभावना है। 20 हजार लोगों को रोजगार नहीं मिल पायेगा और प्लाट मालिकों को भी करोड़ों का नुकसान होगा।
नगर के पार्टी प्लॉट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीणभाई प्रजापति ने बताया कि नवरात्र पर महानगर के बड़े और छोटे 50 से 60 प्लॉटों पर गरबा का आयोजन होता है। इस बार आयोजन नहीं होने से लगभग 2500 से तीन हजार लोगों को रोजगार नहीं मिल सकेगा। आयोजन न होने से गरबा से जुड़े बड़े और छोटे तमाम कलाकारों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
उल्लेखनीय है कि 60 से 70 पार्टी प्लॉट में नवरात्रि के दौरान हर साल गरबा का आयोजन किया जाता है। प्रत्येक नगर में पार्टी प्लॉट का किराया नवरात्र के दौरान सजावट के साथ लगभग 15 लाख रुपये से 40 लाख रुपये खर्च होते हैं। गरबा आयोजन स्थानों पर खाद्य स्टॉलों पर लगभग पांच करोड़ रुपये का टर्न ओवर होता है। ध्वनि, प्रकाश, सुरक्षा और ऑर्केस्ट्रा से छह सात करोड़ का टर्न होता था। इस बार इन सबको 40 से 50 करोड़ रुपये का नुकसान होना तय है।