कृषि और किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 96वें स्थापना दिवस का उद्घाटन किया।

96 वर्षों के संघर्ष में भारतीय कृषि में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा दिया है और यहां तक कि खेती, उत्पादन और ग्रामीण विकास में नवाचार लाने के लिए प्रेरित किया है।

आज दिल्ली में, कृषि और किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 96वें स्थापना दिवस का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर, शिवराज सिंह चौहान और राजीव रंजन सिंह ने ICAR के योगदान को सराहा और इसके महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रशंसा की। उन्होंने भारतीय कृषि विज्ञान में अनुसंधान और विकास के लिए ICAR के अव्वल यत्नों को भी महत्वाकांक्षा की।

ICAR ने अपने 96 वर्षों के संघर्ष में भारतीय कृषि में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा दिया है और यहां तक कि खेती, उत्पादन और ग्रामीण विकास में नवाचार लाने के लिए प्रेरित किया है।

इस अवसर पर, उन्होंने भारतीय किसानों के लिए ICAR के नवाचारों के महत्व को बढ़ावा दिया और विशेष रूप से उनकी कृषि विकास में सहायक भूमिका को बताया।

ICAR के उद्देश्य को समझते हुए, इस उत्सव ने भारतीय कृषि अनुसंधान में नए मील के संकेत के रूप में माना जा रहा है, जिससे देश की कृषि उत्पादन को वृद्धि मिलेगी और किसानों को नवीनतम तकनीकी और वैज्ञानिक ज्ञान उपलब्ध होगा।

96 वर्षों के संघर्ष में भारतीय कृषि में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा दिया गया है, और यहां तक कि खेती और उत्पादन क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में मदद की है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने अपने 96 वर्षों के योगदान में देशवासियों के खाद्य सुरक्षा और कृषि उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण योगदान किया है। ICAR की स्थापना 16 जुलाई 1929 में हुई थी, जब ब्रिटिश सरकार ने इसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के रूप में शुरू किया था।

ICAR ने अपने संघर्ष के दौरान भारतीय कृषि को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समृद्ध करने के लिए अनेक अनुसंधान केंद्र स्थापित किए और विभिन्न कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य किया। इसके माध्यम से नई-नई तकनीकियों का अभ्यास किया गया और किसानों को उन्नत बीज, पोषण तत्वों और खाद्य सुरक्षा के लिए उपयुक्त उत्पादन प्रदान किया गया।

ICAR के अनुसंधान केंद्रों ने कृषि प्रणालियों को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है, जिससे फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है और उनकी सुरक्षा बढ़ी है। इसके साथ ही, खेती में नवाचारिक तकनीकियों का अवलोकन किया गया है जो जलवायु परिवर्तन, संकटों के समय में स्थायीता और कृषि उत्पादन में सुधार करने में मददगार साबित हो रहे हैं।

ICAR का यह 96वां स्थापना दिवस उसके उत्कृष्ट योगदान को याद करने का अवसर है, जो भारतीय कृषि के विकास में वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को प्राथमिकता देता रहा है।

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