Budget 2021: शराब सहित इन वस्तुओं पर लगाया गया कृषि सेस, आम उपभोक्ता पर पड़ेगा ये असर
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने एक फरवरी को देश का आम बजट (Budget 2021) पेश किया है। बजट में डीजल पेट्रोल, शराब सहित कई वस्तुओं पर कृषि सेस लगाने का फैसला किया गया है। आम बजट 2021-22 में वित्त मंत्री ने कृषि अवसंरचना विकास उपकर लगाया, और उतनी ही उत्पाद शुल्क में कटौती कर दी, जिसका खामियाजा राज्यों को उठाना पड़ेगा। बजट में पीएसयू कंपनी गेल और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के तेल और गैस पाइपलाइन के मौद्रीकरण का प्रस्ताव भी किया।
पेट्रोल पर ढाई रुपये प्रति लीटर और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर कृषि सेस लगाने का निर्णय लिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि सेस को बढ़ाने के साथ ही बेसिक एक्साइज ड्यूटी और एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रेट को कम कर दिया गया है।
गैस पाइपलाइन परियोजना
गरीब महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस कनेक्शन मुहैया कराने वाली उज्ज्वला योजना का विस्तार एक करोड़ लाभार्थियों तक किया जाएगा। इसके अलावा बजट में जम्मू-कश्मीर के लिए गैस पाइपलाइन परियोजना के साथ ही एक स्वतंत्र गैर परिवहन प्रणाली परिचालक (टीएसओ) का प्रस्ताव भी किया गया। सीतारमण ने अपने बजट में पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.5 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर चार रुपये के कृषि उपकर का प्रस्ताव भी किया।
एआइडीसी लगाने का फैसला
कृषि क्षेत्र से जुड़े ढांचागत विकास के नाम पर केंद्र सरकार ने एक दर्जन आयातित उत्पादों के अलावा पेट्रोल, डीजल पर भी सेस लगने से खास तौर पर भाजपा विरोधी राज्य इसे एक बड़े मुद्दे की तरह उठा सकते हैं। बताया जा रहा है कि सरकार के इस कदम का असर राज्यों को केंद्र की तरफ से जो राजस्व हिस्सेदारी दी जाती है उसमें होगी। आम बजट 2021-22 पेश करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल पर क्रमश 2.50 रुपये और चार रुपये प्रति लीटर की दर से एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस (एआइडीसी) लगाने का फैसला किया है।
वहीं इम्पोर्टेड शराब पर सरकार ने 100 फीसद सेस लगा दिया है, जिसके बाद शराब की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी होगी। नया एग्री इन्फ्रा डेवलपमेंट सेस कल से ही लागू होगा। बजट में अल्कोहलिक बेवरेज पर 100 फीसद एग्री इन्फ्रा सेस लगाया है। अलग-अलग राज्यों में शराब की कीमतें अलग है। शराब को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है।
सबसे ज्यादा आयातित शराब पर एआइडीसी की दर
वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट के बाद सोना, चांदी, अल्कोहलिक बेवरेजेज (शराब), क्रूड पाम ऑयल, क्रूड सोयाबीन व सनफ्लावर ऑयल, सेब, कोयला, लिग्नाइट, यूरिया और दूसरे उर्वरक, मटर, काबुली चना, काला चना, मसूर दाल और सोना के दाम कम होंगे। सबसे ज्यादा आयातित शराब पर एआइडीसी की दर 100 फीसद तय की गई है, वहीं सबसे कम कोयला और लिग्नाइट पर महज 1.5 फीसद की दर तय की गई है।