लखमीपुर की घटना के बाद प्रियंका गांधी ने बदला रैली का नाम, काशी से कल भरेंगी 2022 की हुंकार
वाराणसी. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय सीट वाराणसी (Varanasi) से उत्तर प्रदेश चुनाव का शंखनाद करेंगी. 10 अक्टूबर को वाराणसी के रोहनिया इलाके के जगतपुर डिग्री कॉलेज में एक विशाल रैली को प्रियंका संबोधित करेंगी. रैली से पहले प्रियंका काशी विश्वनाथ मंदिर और दुर्गा कुंड में मत्था टेक कर आशीर्वाद भी लेंगी. हालांकि पहले इसे प्रतिज्ञा रैली का नाम दिया गया था लेकिन लखीमपुर हिंसा के बाद अब इसे किसान न्याय रैली के नाम से प्रचार किया जा रहा है.
लखीमपुर खीरी घटना के बाद उत्तर प्रदेश चुनाव के लिहाज से यह पहली बड़ी रैली है. जिसको लेकर पूरी पार्टी ने ताकत झोंक दी है. बताया जा रहा है कि इस रैली में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे. रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा समेत दिग्गज नेताओं ने काशी में डेरा डाल दिया है और तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. इस रैली में पार्टी की युवा इकाई यूथ कांग्रेस भी अपनी पुरजोर भागीदारी की कोशिश में है.
प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पांडे समेत सभी बड़े युवा नेता काशी में पहुंचकर अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को जोड़ने के लिए रैली निकाल रहे हैं. खास बात यह है कि जगतपुर कॉलेज का यह मैदान कांग्रेस के लिए हमेशा लकी माना जाता है. साल 2002 में 29 अक्टूबर को इसी परिसर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया था. 2004 के चुनाव में कांग्रेस ने इसी मैदान से माहौल बनाया था और 2005 में कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण शिविर भी यहां लगाया गया था. सियासी गलियारों में पूर्वांचल का केंद्र माने जाने वाले बनारस में प्रियंका धार्मिक और सियासी दौरा दोनों एक साथ कर रही हैं.