ज़िला अध्यक्ष चुनाव में अराजकता के बाद अब धरना

जनपद मुजफ्फरनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए चल रही सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच उठापटक के चलते जिला प्रशासन पर सत्तारूढ़ पार्टी के दबाव में काम करने का आरोप और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं व जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना और बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए रालोद, सपा, आसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया इस धरने प्रदर्शन मैं राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष अजीत राठी सपा जिला अध्यक्ष प्रमोद त्यागी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुबोध शर्मा पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष जगदीश पाल सहित सभी विपक्षी दलों के सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे

दरअसल उत्तर प्रदेश में चल रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में नामांकन के दिन ही सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के 14 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं वहीं विपक्ष का आरोप है कि कई जिलों में समाजवादी पार्टी या विपक्ष के उम्मीदवारों को सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर प्रशासन ने नामांकन नहीं भरने दिए उसके बाद अन्य जिलों में 3 जुलाई को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है जिसमें जनपद मुजफ्फरनगर भी शामिल है जनपद मुजफ्फरनगर में भाजपा की ओर से पुराने भाजपाई डॉक्टर वीरपाल निर्वाल को प्रत्याशी बनाया गया है तो वही रालोद सपा कांग्रेस व आजाद समाज पार्टी के साथ-साथ भारतीय किसान यूनियन के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मुजफ्फरनगर से सांसद व केंद्रीय पशुपालन डेयरी और मत्स्य राज्यमंत्री संजीव बालियान के भाई सतेंद्र बालियान को प्रत्याशी बनाया गया है जिसके चलते जिला पंचायत सदस्य को अपने पक्ष में करने के जोड़-तोड़ के साथ-साथ सपा की एक जिला पंचायत सदस्य जरीन पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा कर चुनाव लड़ने के आरोपों के चलते मुकदमा दर्ज करा है साथ ही विपक्ष का आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य जरीन के देवर व सपा कार्यकर्ता नियाज हैदर के खिलाफ प्रशासन ने बदले की भावना से कार्यवाही करते हैं उसके सभी प्रतिष्ठानों को सील कर दिया है और साथ ही उसकी भाभी के साथ साथ उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करा है समाजवादी पार्टी जिला अध्यक्ष प्रमोद त्यागी का कहना है कि मुजफ्फरनगर में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के इशारे पर जिला प्रशासन लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है इस वजह से उन्होंने आज धरना प्रदर्शन किया है उन्होंने मांग की है कि जिला प्रशासन जो बदले की भावना से विपक्षियों के खिलाफ कार्यवाही कर रहा है वे सभी मामले वापस लिए जाएं वही राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष अजीत राठी ने भी जिला प्रशासन पर सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन बदले की भावना से काम कर रहा है और सत्ताधारी नेताओं के इशारे पर जिला पंचायत चुनाव में जिस तरह की पक्षी जिला पंचायत सदस्यों पर तरह तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं वे कतई बर्दाश्त नहीं होंगे अगर जिला प्रशासन अपनी हरकतों को नहीं रोकता तो विपक्ष संघर्ष करने को मजबूर होगा कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने भी सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर सरकार और प्रशासन की गलत नीतियों का विरोध करने की बात कही है

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