पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद आज पटना पहुंच रहीं पत्नी रंजीत रंजन, कही ये बात
पटना. जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव की गिरफ्तारी (Pappu Yadav Arrest) को लेकर बिहार में सियासत जारी है. कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों की सेवा करने के क्रम में 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में पप्पू यादव की गिरफ़्तारी के बाद अब उनकी पत्नी रंजीत रंजन (Ranjeet Ranjan) सरकार को चुनौती देने के लिए पटना आ रही हैं. गुरुवार को रंजीत पटना आएंगी और पप्पू यादव की तर्ज पर ही लोगों के बीच जाएंगी.
रंजीत रंजन ने कहा कि मैं पटना पहुंच रही हूं और जहां से पप्पू जी की सेवा रुकी थी, वहीं से फिर से उसे शुरू करूंगी. जो भी संकट में होगा, जिसे भी कोरोना के इस दौर में मदद की जरूरत होगी मैं और पप्पू जी के समर्थक उन्हें पूरी मदद करेंगे. अगर सरकार को लगता है कि ये गलत है तो जो भी कदम उठाना है उठाए, लेकिन मुझे कोई डर नहीं है. इस वक़्त पप्पू जी जैसे सेवा की जरूरत बिहार की जनता है.
दरअसल पप्पू यादव की गिरफ्तारी से उनके परिवार के लोग बेहद नाराज हैं. पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस की पूर्व सांसद रंजीत रंजन जो लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में थीं पप्पू यादव की गिरफ़्तारी की ख़बर के बाद खुद को नहीं रोक सकीं. रंजीत रंजन ने कहा कि पप्पू जी के साथ बहुत बड़ा षड्यंत्र हो रहा है. इस संकट की घड़ी में जब वो बिहार की जनता की सेवा अपनी जान जोखिम में डाल कर कर रहे थे तो उन्हें षड्यंत्र के तहत जेल भेज दिया गया जिससे लोगों की सेवा पर असर पड़ रहा है.
रंजीत ने कहा कि मैं ना तो डरने वाली हूं और ना ही पीठ दिखाने वाली. पप्पू जी आज से सेवा नहीं कर रहे हैं. वो पटना के जल जमाव में भी लगातार अपनी जान जोखिम में डाल सेवा कर रहे थे. तब भी उनकी सेवा पर कुछ लोग राजनीति का आरोप लगाते थे, लेकिन इस बार जिसे जनता ने सेवा के लिए चुना है वो घर में है तो फिर से पप्पू जी घर से निकल अपनी जान जोखिम में डाल लोगों की दिन रात सेवा कर रहे हैं लेकिन अब इसमें भी कुछ लोगों को राजनीति लग रही है तो इसे क्या समझा जाए.
बिहार में पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर सत्ताधारी दल के साथ-साथ विरोधी पार्टी के नेताओं ने भी नाराज़गी ज़ाहिर की है, लेकिन अब जब पप्पू यादव की पत्नी पटना पहुँच कर मोर्चा संभालने की तैयारी कर रही है तो ये देखना दिलचस्प होगा की आगे ये मामला क्या करवट लेता है.