कैबिनेट विस्तार के बाद आज प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हो सकती है मंत्रिमंडल की बैठकें
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की गुरुवार को बैठक होने की संभावना है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा किए गए बड़े मंत्रिपरिषद विस्तार और मंत्रियों के प्रभार में फेरबदल के एक दिन बाद होगी. विस्तार या फेरबदल के बाद प्रधानमंत्री आमतौर पर कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों की बैठक करते हैं. सूत्रों ने बताया कि आज शाम एक के बाद एक-दो बैठक आयोजित की जाएंगी. प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह कैबिनेट और राज्य मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें कोविड-19 के चलते उभरती स्थिति पर चर्चा की गई थी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से ऐसा माहौल तैयार करने को कहा था, जहां लोग कोविड उपयुक्त व्यवहार करें और खुद का टीकाकरण कराएं.
गुरुवार की बैठक में कई बड़े नाम नहीं दिखेंगे, जिन्होंने कैबिनेट फेरबदल से पहले इस्तीफा दे दिया था. बुधवार को सरकार में कई नए नाम शामिल किए गए, जबकि कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया. प्रधानमंत्री ने मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्री, किरेन रिजिजू को कानून मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया है. इस विस्तार और फेरबदल में सात राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. कुल 15 सदस्यों को कैबिनेट मंत्री और 28 को राज्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई. सात राज्य मंत्रियों को कैबिनेट की रैंक दी गई है.
इस विस्तार में उन राज्यों में अधिक प्रतिनिधित्व देखा गया, जहां अगले साल चुनाव होने हैं. इसके साथ ही सरकार में युवाओं को मौका देने की भी कोशिश की गई. स्मृति जुबिन ईरानी के पास महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बरकरार है, लेकिन उनसे कपड़ा मंत्रालय लेकर पीयूष गोयल को दे दिया गया है. वह अब वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अलावा कपड़ा मंत्रालय का भी प्रभार संभालेंगे. हालांकि गोयल से रेलवे ले लिया गया है.
बता दें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. अब केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या प्रधानमंत्री सहित 78 हो गई है.गौरतलब है कि मंत्रिमंडल से स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सूचना प्रौद्योगिकी के साथ कानून मंत्री का कार्यभार संभाल रहे रविशंकर प्रसाद और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित कुल 12 मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई.