भैंसा चोरी के बाद पीड़ित किसान ने की अपने भैंसा के डीएनए टेस्ट की मांग
समाजवादी पार्टी की सरकार में जब आजम खान की भैंस चोरी हो गई थी तो पुलिस ने ही आजम खान की भैंस को ढूंढ निकाला था। लेकिन शामली में एक किसान का भैंसा अब से 6 महीने पहले चोरी हुआ था जिसे किसान ने खुद ढूंढ निकाला है। वही पीड़ित ने भैंसा चोरी की तहरीर भी पुलिस थाने में दी थी लेकिन पुलिस ने आज तक उसका मामला भी दर्ज नहीं किया है। जैसे तैसे करके पीड़ित ने ही खुद अपने भैंसा (गुड्डू) को तलाश किया है। लेकिन इस पूरे मामले से पुलिस अवगत होते हुए भी पीड़ित के भैंसे को नहीं दिला पा रही है। जिसके चलते अब पीड़ित ने अपने भैंसा को लेने के लिए डीएनए टेस्ट कराने की शामली एसपी को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। वही पीड़ित चंद्रपाल अब तक एक इंस्पेक्टर से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक अपने चोरी हुए भैंसे (गुड्डू) की बरामदगी के लिए गुहार लगा चुका है लेकिन अभी तक भी उसे न्याय नहीं मिला है। आपको यहां यह भी बता दें कि चंद्रपाल ने अपने भैंसे का नाम प्यार से गुड्डू रखा था। मामला थाना झिंझाना क्षेत्र के गाँव अहमदगढ़ का है। जहां पर चंद्रपाल नाम के व्यक्ति का भैंसा (गुड्डू) 25 अगस्त 2020 की रात्रि में घर से चोरी हो गया था। वही चंद्रपाल ने जब सुबह अपने भैंसे को घर पर नहीं देखा तो उसने भैंसे की तलाश आसपास के सभी गांव में की। जब भैसा चंद्रपाल को कही नहीं मिला तो उसने थाना झिंझाना में भैसा चोरी की तहरीर दी। लेकिन पुलिस ने चंद्रपाल के चोरी हुए भैंसे की तहरीर आज तक दर्ज नहीं की है। वही पीड़ित चंद्रपाल ने चोरी हुए अपने भैंसे की तलाश जारी रखी। कहते हैं कि जब मंजिल की ओर कदम बढ़ाये जाते हैं तो मंजिल भी मिल ही जाती है। ऐसा ही चंद्रपाल के साथ भी हुआ है चंद्रपाल ने अपने चोरी हुए भैंसे की खोज जारी रखी तो चंद्रपाल को जनपद सहारनपुर के थाना गंगोह क्षेत्र के गांव बीनपुर में सतबीर नाम के व्यक्ति के घर पर उसका भैसा मिल ही गया। वही जब चंद्रपाल अपने भैंसा को वहाँ से लेने की बात कही तो सतबीर ने उसे मना कर दिया। जिसके बाद चंद्रपाल ने भैसा मिलने की सूचना थाना झिंझाना पुलिस को दी। वही पुलिस चंद्रपाल के भैंसे को दिलाने के लिए बीनपुर गाँव पहुंची। लेकिन वहां से चंद्रपाल और पुलिस को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा। क्योंकि जिस व्यक्ति के घर पर चंद्रपाल का चोरी हुआ भौस बंधक है उसका कहना है कि वह भैसा हमारा है। वहीं दूसरी ओर चंद्रपाल का कहना है कि भैंसा मेरा है। वही तेरा – मेरा के चक्कर में अभी तक भी चोरी हुआ भैसा चंद्रपाल को नहीं मिला है। वहीं पुलिस थानों के चक्कर काट रहे चंद्रपाल ने अब अपने भैंसे को सतबीर से लेने के लिए शामली पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव से भैसा का डीएनए टेस्ट कराने की गुहार लगाई है। ताकि चोरी हुआ भैसा चंद्रपाल को वापस मिल सके। वही चंद्र पाल के घर में जिस भैंस का वह भैंसा है वह भैंस भी आज तक मौजूद चंद्रपाल के घर पर ही है है उसी के आधार पर चंद्रपाल ने डीएनए टेस्ट की मांग रखी है। अगर पुलिस डीएनए टेस्ट नहीं कराती है तो वह उच्च न्यायालय में जाने को तैयार है।