अमेरिका के बाद ब्राजील ने मांगी भारत से मदद, ब्राजील के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
कोरोना महामारी से पूरी दुनिया परेशान है। हर दूर इस महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है लेकिन इस वायरस की किसी भी तरह की कोई वैक्सीन नहीं बनने की वजह से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। इटली, इरान, स्पेन और अमेरिका के बाद ब्राजील में भी कोरोना ने तबाही मचाई हुई है। अब अमेरिका के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी है। बोल्सोनारो ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मदद मांगी है। क्योंकि आज हनुमान जयंति है इसीलिए बोल्सोनारो ने अपने पत्र में भगवान हनुमान का जिक्र भी किया है।
पीएम मोदी को भेजे पत्र में बोल्सोनारो ने लिखा कि जिस तरह भगवान श्रीराम के भाई लक्ष्मण की जान बचाने के लिए हनुमान हिमालय से संजीवनी बूटी लेकर आए थे, जिस तरह से ईसा मसीह ने बीमारों को ठीक किया, उसी तरह भारत और ब्राजील एक साथ मिलकर इस संकट से उबर सकते हैं। दोनों देश लोगों की भलाई के लिए कदम उठाएं। इस मुश्किल घड़ीं में मेरा अनुरोध स्वीकार करें।’’
दरअसल बोल्सोनारो ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की मदद मांगी है। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया के इलाज में काम आने वाली दवाई है लेकिन कोरोना वायरस पर इसका असर देखने को मिला है। ICMR ने कोरोना के कोरोना के इलाज में इसे काफी कारगर माना है। इसीलिए इस दवाई की डिमांड बढ़ गई है। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से इस दवाई की मांग की थी। इस दवाई का 70 फीसदी उत्पादन सिर्फ भारत में होता है। लेकिन जब इस दवाई के कोरोना के इलाज में सफल पाए जाने के बाद भारत ने इस दवाई के निर्यात पर रोक लगा दी थी।
आपको बता दें कि ब्राजील में अब कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।कोरोना मरीजों का आकड़ा 14 हजार से भी ज्यादा हो गया है वहीं 668 लोग अपनी जान गवां चुके है। ठीक होने वालों की संख्या महज 127 है।