आख़िर कौन है ? IPS अमिताभ यश असद एनकाउंटर के बाद यूपी में है चर्चा का विषय
प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित और पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश असद अहमद को यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ में मार गिराया। खबरों के मुताबिक यूपी एसटीएफ की टीम ने एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश की देखरेख में यह एनकाउंटर हुआ।
11 अप्रैल 1971 को जन्मे अमिताभ यश बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1996 बैच के हैं। दो दिन पहले ही वह 52 साल के हुए हैं। उन्हें 1 जनवरी, 2021 को पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) के पद पर पदोन्नत किया गया था। उन्हें बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों में अपने मुठभेड़ अभियानों के लिए जाना जाता है।
मई 2007 में, जब मायावती के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार थी, अमिताभ यश को एसएसपी एसटीएफ बनाया गया था। उस दौरान यश ने ददुआ के नाम से मशहूर अपराधी शिव कुमार पटेल को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। महीनों की कोशिशों के बाद, यश ददुआ को बेअसर करने में सफल रहा, जो मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमाओं के पार अपराध को अंजाम देता था। गौरतलब है कि प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या की सूचना मिलने के बाद अतीक की बहन ने एसटीएफ प्रमुख यश के खिलाफ यह कहते हुए डर का भाव पैदा कर दिया था कि वह उसके भाइयों का एनकाउंटर करवा सकता है।
यूपी एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश को 2019 में कुंभ सेवा मेडल, 2020 में कमेंडेशन डिस्क प्लेटिनम और 2023 में उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। खबरों के मुताबिक, वह फिलहाल लखनऊ जिले में तैनात हैं, जहां से वह राज्य की एसटीएफ टीम का संचालन करते हैं।