10 महीने बाद आज से शुरू होगी भारत-नेपाल के बीच झूलापुल के जरिए आवाजाही
भारत-नेपाल को जोड़ने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय झूला पुल शुक्रवार से सामान्य आवाजाही के लिए खुल जाएंगे। इससे दोनों देशों के सीमावर्ती लोगों को काफी राहत मिलेगी। नेपाल की ओर से झुलापुल खोलने की पहले ही अनुमति दे दी गई थी, अब भारतीय प्रशासन ने भी आदेश जारी कर दिए हैं।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में झूलाघाट, बलुवाकोट, डौड़ा, जौलजीबी और धारचूला में पुलों से भारत से नेपाल के बीच आवाजाही होती है। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान मार्च माह से भारत-नेपाल के अंतरराष्ट्रीय झूलापुलों के गेट बंद कर दिए गए थे।
इस समय विशेष अनुरोध पर ही दोनों देशों के बीच आवागमन हो रहा था। नेपाल से ग्राहक नहीं आने से सीमांत कस्बों के व्यापारी परेशान थे।
तीन दिन पहले नेपाल सरकार ने सभी पुलों को खोलने का निर्णय लिया था। नेपाल की ओर से झूलापुल खोलने के बाद भारत ने भी पुलों से सामान्य आवाजाही शुरू करने की अनुमति दे दी है।
लॉकडाउन के चलते भारत-नेपाल सीमा सील होने से उत्तराखंड में सीमा वाले क्षेत्रों का कारोबार खासा प्रभावित हुआ। नेपाल के लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
नेपाल से बीमार लोग भारत में उपचार के लिए नहीं आ पा रहे थे। सीमा पर कारोबार दोनों ओर प्रभावित हुआ। मजदूर, रिक्शा चालक, फड़ लगाने वाले, सब्जी कारोबारियों को दिक्कतें पेश आई।
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से सामान्य आवागमन के लिए बंद भारत-नेपाल को जोड़ने वाले झूलापुलों से बिना पास के एक-दूसरे देशों में आवाजाही बैन कर दी गई थी।
मार्च के बाद से केवल धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी और झूलाघाट के पुलों को लगभग तीन बार नेपाल के भारतीय पेंशनरों के लिए खोला गया था।
शुक्रवार से पुलों से पहले की तरह भारत और नेपाल के बीच आवागमन हो सकेगा। आवाजाही करने वालों की कोरोना गाइडलाइन के तहत जांच की जाएगी। एसएसबी और स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए पुलों पर तैनात रहेंगी।