AFRICA DAY 2024 : दिल्ली में मना ‘Africa Day’, भारत-अफ्रीका के संबंधों को मिलेगी मजबूती

अफ्रीका दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अफ्रीकी देशों को 25 जून को अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। 

अफ्रीका दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अफ्रीकी देशों को 25 जून को अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

दिल्ली में चाणक्यपुरी स्थित ताज पैलेस होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। मोजांबिक और रवांडा के राजदूत की इस कार्यक्रम में विशेष भूमिका रही। उन्होंने ही मुख्य रूप से इस कार्यक्रम की मेजबानी की।

भारत और अफ्रीका के रिश्तों को और सुदृढ़ करने के लिए हुए इस कार्यक्रम में भारतीय विदेश मंत्रालय समेत अफ्रीकी देशों ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम में 44 देशों के राजदूत मौजूद थे। इसके अलावा कॉरपोरेट जगत के साथ-साथ तमाम वरिष्ठ नौकरशाह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

 

मीडिया पार्टनर के तौर पर ‘न्यूजनशा’ (NewsNasha) और टीवी ब्रॉडकास्ट के तौर पर  ‘न्यूज24’ (News24) ने कार्यक्रम में अपनी भूमिका निभाई। वहीं, नॉलेज पार्टनर के तौर पर ‘Deloitte’ इस आयोजन में शामिल हुआ।

जयशंकर ने भारत और अफ्रीका के रक्षा मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध मजबूती से आगे बढ़ रहा है। यहां तक की अफ्रीका के रक्षा मंत्री कई बार भारत में बैठक कर चुके हैं।

केंद्रीय विदेश मंत्री ने कहा, “हमारे सैन्य संस्थानों में कई देशों के सैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाता है। भारत ने नाइजीरिया, इथियोपिया और तंजानिया में रक्षा संस्थानों की स्थापना में भी योगदान दिया है।” उन्होंने आगे कहा, “भारत ने बोत्सवाना, नामीबिया, युगांडा, लेसोथो, जाम्बिया, मॉरीशस, सेशेल्स और तंजानिया जैसे कई अफ्रीकी देशों में प्रशिक्षण टीमें तैनात की हैं।”

 

जयशंकर ने आगे कहा, “भारत संयुक्त राष्ट्र शांति-रक्षा अभियानों में तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। मौजूदा समय में लगभग पांच हजार भारतीय कर्मी अफ्रीका में पांच शांति-रक्षा मिशनों में सेवा दे रहे हैं।” यूएन और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर अफ्रीका की भूमिका के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “हमारी जी20 की अध्यक्षता के दौरान आपने देखा होगा कि भारत ने वैश्विक दक्षिण को वैश्विक चर्चा के केंद्र में रखने का निर्णय लिया। हम सिर्फ अफ्रीका की आवश्यकताओं पर ही नहीं, बल्कि अफ्रीका की आकांक्षाओं पर भी जोर देते हैं।”


जयशंकर ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए), वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन और आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन (सीडीआरआई) में अफ्रीकी देशों की भागीदारी की सराहना भी की। भारत और अफ्रीका के बीच मजबूत संबंधों का आह्वान करते हुए जयशंकर ने बताया कि वह चौथे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन (आईएएफएस IV) का इंतजार कर रहे हैं।

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