तालिबान की वापसी को कभी नहीं स्वीकार करेंगे अफगानी लोग: अब्दुल्लाह
काबुल। हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकॉन्सिलिएशन के प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने शुक्रवार को कहा कि तालिबान राज की वापसी किसी भी हालत में अफगानी लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।
अब्दुल्ला अब्दुल्लाह ने यह बातें कंधार के पूर्व पुलिस प्रमुख जनरल अब्दुल रज़िक की द्वितीय पुण्यतिथि पर कहीं। उन्होंने अफगानी लोगों के बीच एकता होने पर बल दिया और साथ ही कहा कि हिंसा के सहारे कभी भी देश को शांति के पथ पर नहीं ले जाया जा सकता।
अगर अंतरराष्ट्रीय ताकतों की वापसी पर तालिबान राज को फिर से थोपने का प्रयास किया गया तो यह अफगानी लोगों के द्वारा किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने देश में बढ़ती हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि अगर हिंसा जारी रहे तो शांति बहाली नहीं हो सकती है। आम नागरिक, धार्मिक विद्वानों और राजनेताओं पर हो रहे हमले लोगों के मनोबल को गिराते हैं।
किसी भी पक्ष को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह हत्या और खून खराबे से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। उन्होंने आगे कहा कि शांति वार्ता को मनोबल और सब्र के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।
मीडिया सूत्रों के अनुसार शांति वार्ता पिछले एक महीने से चल रही है। ऐसा प्रयास किया जा रहा है ताकि हिंसा को कम किया जा सके लेकिन यह पिछले एक सप्ताह से काफी ज्यादा बढ़ गया है। तालिबान ने पिछले एक सप्ताह से हेलमंड प्रांत में कई जगह हिंसक घटनाएं कीं, जिससे हजारों लोग विस्थापित हो गए।