बनारस में EVM पर बवाल के बाद एक्शन में प्रशासन, निर्वाचन कार्य से नोडल अधिकारी की छुट्टी
बनारस में EVM पर बवालः प्रशासन ने कर्रवाई करते हुए नोडल अधिकारी को निर्वाचन कार्य से हटाया, मतगणना स्थल जाने पर भी रोक
लखनऊ: यूपी में वोटों की गिनती से पहले वाराणसी में ईएवीएम विवाद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इस विवाद के बाद प्रशासन की तरफ बड़ी कार्रवाई की गई है. ईवीएम के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए एडीएम आपूर्ति नलिनीकांत सिंह को निर्वाचन कार्य से हटा दिया गया है. कल मतगणना स्थल पर भी उनके जाने पर रोक लगा दिया गया है.
वोटों की गिनती से पहले हटाए गए नोडल अधिकारी
वाराणसी में ईवीएम विवाद के लिए प्रशासन ने माना कि पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल से मंगलवार को बिना किसी सूचना के प्रशिक्षण के लिए ईवीएम ले जाई गई थी. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विवाद के बाद जांच कराया जिसमें पाया की नोडल अधिकारी की तरफ से लापरवाही की गई है. इसके बाद यह कार्रवाई हुई है.
अब ईवीएम के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त व राजस्व संजय कुमार को बनाया गया है. एडीएम आपूर्ति को आदेश दिया गया है कि ना तो वह निर्वाचन कार्य में भाग लेंगे और ना ही वह मतगणना स्थल पर जाएंगे. जानकारी के मुताबिक देर शाम तक निर्वाचन आयोग की तरफ से भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
गौरतलब है कि मंगलवार की शाम पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल के पास सपाइयों ने प्रशिक्षण केईएवीएम विवादईएवीएम विवाद लिए जा रही ईवीएम लदी गाड़ी पकड़ने के बाद हेराफेरी का आरोप लगाते हुए जमकर बवान किया था. मंडी के मेन गेट समेत परिसर में जगह-जगह सपाई धरने पर बैठ गए थे. बैरिकेडिंग तोड़कर ईवीएम वाले स्ट्रांग रूम में दो बार घुसने की कोशिशों में सुरक्षाबलों से धक्कामुक्की भी हुई थी.
धरने पर बैठे सपाई
सपाइयो ने नारेबाजी के बीच मंडी के सामने पांडेपुर-पहड़िया रोड पर जाम लगा दिया था. पथराव भी किया गया था. शाम छह बजे के आसपास प्रदर्शन शुरू हुआ. बवाल पहड़िया से पीलीकोठी तक पहुंच गया था. वहां भी प्रदर्शन हुआ था. प्रशासन ने स्थिति को संभाल लिया और भोर में लगभग तीन बजे पिकअप पर लदी सभी ईवीएम को प्रत्याशियों के सामने ही खोल-खोल कर दिखाया. इसके बाद सभी प्रत्य़ाशी संतुष्ट हुए और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली. हालांकि ईवीएम की मूवमेंट को लापरवाही मानते हुए नोडल अधिकारी को निर्वाचन के कार्यों से हटा दिया गया है.