दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में ABVP का दबदबा, दर्ज की जीत
दिल्ली:राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ RSSकी छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ABVP को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में सफलता मिली है।
कुल चार में से तीन प्रमुख पद – अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव – ABVP के पाले आ गए हैं।उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI के कैंडिडेट के नाम हुआ।विवेकानंद कॉलेज में एबीवीपी ने जीत दर्ज की है। अदिति महाविद्यालय में एबीवीपी की मोनिका चौहान ने कॉलेज अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है। उनके अलावा अन्य कई पदों पर एबीवीपी के प्रत्याशियों ने चुनाव में विजय प्राप्त की है। भास्कराचार्य कॉलेज में एबीवीपी ने सभी 6 पदों पर जीत दर्ज की है। ऐसे ही श्रद्धानंद कॉलेज में 4 पद व केशव महाविद्यालय में अध्यक्ष व सेंट्रल काउंसलरों के पदों पर एबीवीपी की जीत हुई है।
ऐसे ही भगिनी निवेदिता कॉलेज में एबीवीपी का पूरा पैनल जीता है, जिसमें अध्यक्ष – अल्का चंदेला, उपाध्यक्ष- संजिनी तिवारी, सचिव – सुमन, सह-सचिव – आरती, सेंट्रल काउंसलर-मोनिका, सांस्कृतिक सचिव- छवि शामिल हैं। बता दें कि डीयू के दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स में एबीवीपी प्रत्याशियों ने क्लीन स्वीप किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी की 4 सेंट्रल पोस्ट के लिए 24 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), कांग्रेस से जुड़े नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI), माकपा समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और CPI-ML (लिबरेशन) से संबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने चारों पदों पर उम्मीदवार उतारे थे।
प्रेसिडेंट पद पर तुषार डेढ़ा (ABVP), हितेश गुलिया (NSUI), आयशा अहमद (AISA) और आरिफ सिद्दिकी (SFI) शामिल हैं। वाइस प्रेसिडेंट पद पर सुशांत धनखड़ (ABVP), अभि दहिया (NSUI), अनुष्का चौधरी (AISA) और अंकित (SFI) मैदान में थे।
वहीं सेक्रेटरी पद के लिए अपराजिता (ABVP), यक्षना शर्मा (NSUI), आदित्य प्रताप सिंह (AISA) और अदिति त्यागी (SFI) से चुनाव लड़ रही हैं। ज्वॉइंट सेक्रेटरी पोस्ट के लिए सचिन बैसला (ABVP), शुभम कुमार चौधरी (NSUI), अंजलि कुमारी (AISA) और निष्ठा सिंह (SFI) अपनी किस्मत आजमा रहे थे।
वहीं ABVP की जीत के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग कहानी गढ़ी जा रही हैं।राजनीतिक और चुनाव न्यूज़ पोर्टल टाइम्स अल्जेबरा ने X पर पोस्ट किया कि जो पार्टी दिल्ली विश्वविद्यालय चुनाव जीतती है, वो अगले साल लोकसभा चुनाव जीतती है।
साथ में उदाहरण भी गिनाए – कांग्रेस की NSUI ने 2003 और 2008 का चुनाव जीता था और ABVP ने 1997, 1998, 2013 और 2018 में।