शमशान में दलाली खाने का काम कर रहीं हैं योगी सरकार, कोरोना जैसी महामारी में किया बड़ा भ्रष्टाचार – संजय सिंह
- 2जी, कोयला और कॉमनवेल्थ घोटाले जैसा ही है योगी सरकार का कोरोना घोटाला- संजय सिंह
- भीषण कोरोना काल में भी योगी सरकार भ्रष्टाचार के नए-नए अवसर तलाश रही है – संजय सिंह
- कोरोना किट घोटाले के खिलाफ हाईकोर्ट के सिटिंग जज से एसआईटी बनाकर जांच कराई जाए – संजय सिंह
राज्यसभा सांसद एवं आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के राज में कोरोना किट खरीद को लेकर सुल्तानपुर में हुआ घोटाला सामने आया है. घोटाले के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यूपी के सुल्तानपुर में जिलाधिकारी ने 2600 रुपये की कोरोना किट 9950 रुपये में खरीदी.
संजय सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी अगर आप किसी 8वी क्लास के बच्चे को भी बैठा देते तो वो भी बता देता की ऑनलाइन खरीदने पर ऑक्सीमीटर की कीमत 800 रुपये, थर्मोमीटर की कीमत 1800 रुपये है जो मिला कर हो गया 2600 रुपये तो सुल्तानपुर के डीएम ने 9950 रुपये में कोविड किट क्यों खरीदी ? आखिर इतना बड़ा भ्रष्टाचार किसके इशारे पर हुआ है और किन किन अधिकारियों ने दलाली खाई है.
उन्होंने प्रमाण देते हुए कहा कि सुल्तानपुर के भधेइया ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी हैं जिन्होंने 35 ग्राम पंचायतों ने लिए यही समान खरीदा है और इसका भुगतान 3 लाख 28 हज़ार 350 रुपये मंत्रम प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर किया गया है. जिसमे ऑक्सिमिटर की कीमत बताई गई 2321 रुपये और GST लगा कर 2800 रुपये, थेरमोमिटर की 5847 रुपये और GST के साथ 6900 रुपये और सेनेटाइजर कीमत 400 रुपये बताई गई है.
संजय सिंह ने कहा मैने 1600 रुपया का थेरमोमिटर और 320 रुपये पल्स ऑक्सिमीटर बिल के साथ खरीदा है. जो समान आम आदमी पार्टी को 1600 और 320 रुपया का मिल जाता है वो योगी आदित्यनाथ जी को 6000 और 2800 रुपये में मिलता है.
उन्होंने ने कहा कि बीजेपी सरकार को शर्म आनी चाहिए, जनता कोरोना से मर रही है और सरकार कोरोना के नाम पर भ्रष्टाचार करने में लगी है. कोरोना के नाम पर भ्रष्टाचार का ये मामला शमशान में दलाली खाने के समान है.
उन्होने कहा कि यह कहानी सिर्फ एक जिले की नहीं है बल्कि यूपी के तमाम जिलों की सच्चाई है कि जो सामान बहुत आसानी से सस्ते में खरीदा जा सकता है उस सामान को सरकार दुगने तिगुने दामों में खरीद रही हैं.
संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार, कोरोना संक्रमण से लड़ने में पूरी तरह फेल साबित हुई है. प्रदेश सरकार के दो मंत्री, अधिकारी, कई स्वास्थ कर्मचारी और पत्रकार भी कोरोना संक्रमण से अपना जीवन गवाँ चुके हैं और इस भीषण कोरोना काल में भी योगी सरकार भ्रष्टाचार के नए-नए अवसर तलाश रही है.
उन्होंने कहा जैसे कॉमनवेल्थ, 2जी, कोयला घोटाला हिंदुस्तान में हुआ वैसे ही यूपी की योगी सरकार में कोरोना घोटाला हुआ है. और इस घोटाले के खिलाफ हाईकोर्ट के सिटिंग जज से एसआईटी बना के जांच कराई जानी चाहिए और जो लोग भी इसमें दोषी हो उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर जेल में डाल देना चाहिए.