उत्तर प्रदेश की जनता को नमूना कहने के लिए माफ़ी मांगे मुख्यमंत्री योगी – संजय सिंह
कोरोना से कैबिनेट मंत्रियों की मौत का कारण योगी सरकार की अपराधिक लापरवाही, आम आदमी भगवान भरोसे – संजय सिंह
बढ़ते क्राइम ग्राफ पर योगी सरकार ने चुप्पी क्यों साध रखी है – संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा । संजय सिंह ने कहा कि योगी जी ने मेरे द्वारा पूछे गए किसी सवाल का जवाब नहीं दिया बल्कि उत्तर प्रदेश की जनता को नमूना कह दिया। प्रदेश में ब्राह्मण, पाल, मौर्य, कुर्मी,यादव, लोध, निषाद, वाल्मीकि, जाटव, खटिक,पासी के अलावा अन्य जातियों के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है। आज सारी जातियों के मन में सवाल क्यों आ रहा कि उत्तर प्रदेश में ठाकुरों की सरकार है। मेरे इन प्रश्नों का जवाब देने के बजाए योगी जी यूपी की जनता को “नमूना” कहने लगे।
उन्होंने कहा कि योगी जी से मैं पूछता हूं कि 12वीं में पढ़ने वाले प्रभात मिश्रा की एनकाउंटर में हत्या क्यों हुई? 2 दिन की विवाहिता खुशी दुबे अभी तक जेल में क्यों बन्द है ? उसे बाहर निकाल के मेडिकल जांच करा के उसकी हालत से वाकिफ कराइये। महिला आयोग उससे संपर्क करे। लखीमपुर में दलित बेटी के साथ रेप हुआ। भदोही में महिला का किडनैप करके रेप किया गया। उसका मर्डर करके शरीर तेजाब से जला दिया गया। संजीत यादव का किडनैप और मर्डर क्यों? विक्रम जोशी की हत्या क्यों? योगी सरकार इन सारे सवालों के जवाब दे। आए दिन उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है गुंडागर्दी चरम पर है दूसरी जातियों के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है । प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में एक व्यक्ति को उसकी पत्नी के सामने गोलियों से भून दिया गया । प्रदेश में बढ़ते क्राइम ग्राफ पर सरकार ने चुप्पी क्यों साध रखी है?
संजय सिंह ने कहा कि योगी जी के पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है। ब्राह्मण, दलित,पिछड़ी जातियों का शोषण हो रहा है। थाने में उनकी सुनवाई नहीं होती। प्रदेश में गुंडाराज कायम है, लेकिन इन सबकी जिम्मेदारी लेने के बजाए योगी जी जनता को नमूना बताने में लगे हैं। संजय सिंह ने कहा मुख्यमंत्री योगी जी अपने मन में अहंकार न पालिए , प्रदेश के लोगों के खिलाफ इतना गुस्सा मत रखिए, प्रदेश के लोगों के जीवन के बारे में सोचिए । योगी सरकार “नो एफआईआर, नो क्राइम” के एजेंडे पर चल रही है।
संजय सिंह ने कहा कि योगी राज में क्राइम के अलावा कोरोना ने भी प्रदेश का बेड़ा गर्क करने का काम किया है। यूपी के मुखिया ने ऐसी टीम 11 बनाई जिसमें एक भी डॉक्टर नहीं है,कोई एक्सपर्ट नहीं है, ये टीम कर क्या रही है किसी को जानकारी नहीं है। खिलवाड़ का आलम यह है कि प्रमुख सचिव एसपी गोयल मीटिंग में वीडियो गेम खेलते हैं। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया जहां कोरोना के इलाज में घोर लापरवाही बरते जाने के कारण दो -दो कैबिनेट मंत्रियों की मौत हो गई ।
इन दोनों मंत्रियों की मौत का कारण योगी सरकार की घोर लापरवाही है , आपराधिक लापरवाही है इसको लेकर अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श कर योगी सरकार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का काम करूंगा । राज्य में कोरोना मरीजों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की पोल एसएलसी सुनील साजन ने विधान परिषद में खोल दी। उन्होंने बताया कैसे कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के साथ कोरोना अस्पताल में लापरवाही बरती गई जिसके चलते उनकी मौत हुई। जिस राज्य में मंत्रियों का ऐसा हाल है वहां आम आदमी केवल भगवान भरोसे है।
संजय सिंह ने कहा कि योगी जी को दिल्ली का कोरोना मॉडल अपनाते हुए अरविंद केजरीवाल जी से मदद लेनी चाहिए। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर बेड, होम आइसोलेशन की सुविधा और प्लाज्मा बैंक की शुरुआत करके कोरोना पर काबू पा लिया। दिल्ली में प्रति दस लाख में 72000 टेस्टिंग करने का काम केजरीवाल सरकार ने किया वहीं उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने प्रति दस लाख में मात्र 18000 कोरोना टेस्टिंग करने का काम किया है। योगी जी अपनी टीम दिल्ली भेजें, दिल्ली सरकार हर मदद करने को तैयार है और यूपी में भी दिल्ली मॉडल को लागू करें जिससे प्रदेश की जनता की जान बचाई जा सके ।