‘क्या बीजेपी है एंटी दलित?’ राष्ट्रपति को भूमि पूजन में क्यों नहीं बुलाया गया?, AAP का बीजेपी पर निशाना
अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया गया है। इसके भूमि पूजन के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचे थे जहां धूमधाम से राम मंदिर बनाने का काम शुरू हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां पूरे रीति रिवाज से पहले ईट रखी है। वही इस पर अब राजनीति भी की जा रही है। कांग्रेस तो मोदी सरकार पर लगातार निशाना साध ही रही थी लेकिन अब दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को एंटी दलित बता दिया है। जी हां सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट किया गया है कि बीजेपी एंटी दलित है अगर आप एग्री करते हैं तो रिट्वीट कीजिए।
BJP is Anti-Dalit
Retweet if you agree.
— AAP (@AamAadmiParty) August 8, 2020
इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने भी बीजेपी से सीधा सवाल किया है। आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरा बीजेपी से सीधा सवाल है। राष्ट्रपति जी को भूमि पूजन में क्यों नहीं बुलाया गया ? क्या इसलिए क्योंकि वह दलित है? भाजपा इसका जवाब दे। इसी के साथ संजय सिंह ने एंटी दलित बीजेपी भी लिखा हुआ है।
मेरा @BJP4India से सीधा सवाल है –
राष्ट्रपति जी को भूमि पूजन में क्यों नहीं बुलाया गया? क्या इसलिए क्योंकि वो दलित हैं?
भाजपा इसका जवाब दे। "Anti Dalit BJP"
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 8, 2020
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले लंबे समय से बीजेपी के फेवर में कई बातें बोल रहे हैं हालांकि कई बार उनकी ही पार्टी ने बीजेपी पर कई सवालिया निशान खड़े किए। लेकिन जब जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो उन्होंने बीजेपी के हक में ही कई बातें बोली हैं। जिसके बाद दिल्ली कांग्रेस ने भी यह सवाल खड़े कर दिए थे कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी मिली हुई है। ऐसे में अब संजय सिंह ने बीजेपी पर एक बड़ा निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी बीजेपी को एंटी दलित बता रही है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह बीजेपी पर ऐसी कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बल्कि इससे पहले भी सांसद संजय सिंह बीजेपी के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं और वह भी कोरोनावायरस के समय में। संजय सिंह ने बीजेपी पर इससे पहले निशाना साधा था कि जब सारे राज्यों को कोरोना से निपटने के लिए धनराशि दी गई है तो इससे दिल्ली को अलग क्यों रखा गया है। जिसके बाद इस बात के ऊपर भी एक लंबी बहस छिड़ी थी।