आरे जंगल की कटाई पर भड़के आदित्य ठाकरे, कही पीओके भेजने की बात
मुंबई की आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने सरकार पर सीधा हमला बोला है। वनोन्मूलन के विरोध में पर्यावरण कार्यकर्ताओं का समर्थन करते हुए उन्होंने शनिवार को मुंबई मेट्रो (Mumbai Metro) के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
The use of a large number of police personnel. Hacking trees in the dead of the night, even after winning in court (then why not broad day light) and detention of peaceful protesters and citizens. Who is authorising this? During Code of Conduct? All these powers handed to MMRC? https://t.co/SGv5yySfXn
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 5, 2019
आदित्य ठाकरे ने मुंबई मेट्रो के लिए आरे कोलोनी के पेड़ों की कटाई को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ‘मुंबई मेट्रो जिस तरह से आरे जंगल में पेड़ों की कटाई कर रहा है वह बहुत ही निंदनीय है। क्योंकि इससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है।’ ठाकरे ने आगे कहा कि ऐसे में इन मुंबई मेट्रो के अधिकारियों को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) में पोस्टिंग करना कैसा रहेगा। वहां पर उन्हें पेड़ों के काटने के बजाए आतंकी कैंपों को नष्ट करने की ड्यूटी दी जाए। उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि शिवसेना के सदस्य धरनास्थल पर मौजूद हैं।
The vigour with which the @MumbaiMetro3 is slyly and swiftly cutting down an ecosystem in Aarey is shameful and disgusting. How about posting these officials in PoK, giving them charge to destroy terror camps rather than trees?
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 4, 2019
मुंबई मेट्रो का अहंकारी कदम
ठाकरे ने आम नागरिकों के समर्थन में कहा कि मुंबई के नागरिकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरे जंगल तेंदुए, बिल्ली और अन्य जानवरों के लिए घर था। इसलिए भारी पुलिस की सुरक्षा में पेड़ों का काटना काफी निंदनीय है। इससे पहले आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि केंद्र सरकार के जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अस्तित्व में आने का कोई मतलब नहीं है, जब मुंबई मेट्रो आरे के आसपास के क्षेत्र को नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि मेट्रो 3 द्वारा लिया गया यह अहंकारी कदम है।
There’s no point for the Central government ministry of climate change to exist, or to speak about plastic pollution when the @MumbaiMetro3 senselessly destroys the Aarey vicinity. This ego battle taken up by Metro 3 is destroying the purpose of making it.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 4, 2019
मुम्बई को बाढ़ से सिर्फ जंगल ही बचा सकता है
गौरतलब है कि ‘आरे जंगल’ संजय नेशनल पार्क का हिस्सा है। यह जंगल पश्चिम उपनगर के बीचों-बीच है। इसलिए इसे मुंबई के हरे फेफड़े भी कहा जाता है। गौरतलब है कि इसकी 1000 एकड़ जमीन पर पहले ही अतिक्रमण और निर्माण कार्य हो चुका है और बाकी की 2200 एकड़ जमीन में से 90 एकड़ पर कुलाबा-बांद्रा-सीप्ज मेट्रो-3 के लिए कारशेड बनाया जाएगा।
दावा किया जा रहा है कि यहां 3600 पेड़ हैं, लेकिन मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते 2700 पेड़ों को काटा जा रहा है। ऐसे में पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे मुंबई को बाढ़ से बचना चाहते हैं। उनकी माने तो मुम्बई को बाढ़ से सिर्फ जंगल ही बचा सकता है। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। हाईकोर्ट के फैसले के बाद शुक्रवार देर रात से ही आरे कॉलोनी में पेड़ काटने का काम शुरू हो गया है।
The @ShivSena ‘s @sheetalmhatre1 ji & Shubha Raul ji at Aarey. Even @prabhu_suneel ji has been standing up for it with the citizens. Wonder why @MumbaiMetro3 is treating Mumbaikars like criminals and not listening to sensible demand of sustainable development. https://t.co/ZdjF8ttKTk
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 4, 2019
आरे कॉलोनी में धारा 144 लागू
बता दें कि शनिवार सुबह से आरे कॉलोनी में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहां मीडिया तक का प्रवेश निषेध है। इसपर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर विरोध जताया और साथ ही इशारों-इशारों में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह से जंगल काटे जा रहे हैं तो प्लास्टिक प्रदूषण पर बोलने का कोई फायदा नहीं है। वहीँ स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी ट्वीटकर विरोध जताया। उन्होंने लिखा, “ऐसे समय में जब जलवायु संकट साफ नजर आ रहा है, महाराष्ट्र सरकार पेड़ गिराने पर जोर दे रही है। यह बहुत ही चिंताजनक बात है।”