एक युद्ध ‘नशे के विरुद्ध’ जीवन को ‘हाँ’ ड्रग्स को ‘ना’ : प्रदीप मिश्रा

ड्राई डे के विशेष अवसर पर, हम किसी भी रूप में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अपने दृढ़ संकल्प को मजबूत करने और दुनिया को यह संदेश देने के लिए एक साथ आए हैं कि भारत इस बुराई से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़गा।

A war against drugs : अंबेडकरनगर : ड्राई डे के विशेष अवसर पर, हम किसी भी रूप में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अपने दृढ़ संकल्प को मजबूत करने और दुनिया को यह संदेश देने के लिए एक साथ आए हैं कि भारत इस बुराई से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़गा। यह सामाजिक लक्ष्यों को प्राप्त करने, नशीली दवाओं के दुरुपयोग को समाप्त करने की पहल और समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण और परिणामों को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करता है।देश में कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति के बावजूद नशा मुक्त भारत अभियान की गतिविधियां पूरी तरह से जारी हैं।

आबकारी निरीक्षक प्रदीप मिश्रा ने आग्रह किया कि ड्राई डे के अवसर पर आम आदमी को नशा मुक्त भारत अभियान का हिस्सा बनना चाहिए क्योंकि लोगों की भागीदारी से ही समाज से बुराई को मिटाया जा सकता है।

प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मादक पदार्थों के सेवन से बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई है। इस बुराई के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि हमें नशा मुक्त बनने की जरूरत है और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत गंभीर है।

A war against drugs :

नशे की लत का प्रभाव सिर्फ उस व्यक्ति पर नहीं पड़ता जो इसकी चपेट में है, बल्कि इससे परिवार और समाज के बड़े वर्ग पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है और यह गंभीर चिंता का विषय बन गया है। आबकारी निरीक्षक श्री मिश्रा ने कहा कि इस अवसर पर हमें नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लेना चाहिए।

आबकारी निरीक्षक प्रदीप मिश्रा द्वारा बताया गया कि ड्राई डे का मुख्य ध्येय नशे की समस्या के निवारक के रूप में काम करना, लोगों को नशे की लत के बारे में जागरूक करना, इस अभियान से जुड़े विभिन्न लोगों और संस्थाओं का क्षमता निर्माण, शैक्षणिक संस्थानों के साथ सकारात्मक साझेदारी और उपचार, पुनर्वास और परामर्श सुविधाओं में वृद्धि करना है।

Related Articles

Back to top button