40 गरीब परिवारों को पढ़ा रहे हैं चाय बेचने वाले कानपुर के मोहम्मद मलिक, वीवीएस लक्ष्मण ने की तारीफ
कानपुर – शारदा नगर में चाय की टपरी लगाने वाले 29 वर्षीय मोहम्मद मलिक ने शिक्षा के क्षेत्र एक नई इबारत लिख दी है। दरअसल गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले मलिक चाय बेचकर 40 गरीब परिवार के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे है। इतना ही नही उनके ड्रेस से लेकर स्टेशनरी और मिडडे मील का खर्च भी उनकी ही कोचिंग उठाती है। उनकी इस दरियदिली के बारे में जो भी सुनता है उनका फैन हो जाता है। हाल ही में पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने भी ट्विटर पर उनकी तस्वीर शेयर करते हुए उनकी प्रशंसा की है।
मालिक ने बताया की वो पांच भाइयों में सबसे छोटे है और बहोत ही गरीब परिवार से आते है | बचपन बेहद गरीबी में बीता परिवार बड़ा था और कमाने वाले सिर्फ पिता थे। उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते बमुश्किल हाइस्कूल तक ही पढ़ाई कर सका। मलिक बताते है कि जब किसी बच्चे को कूड़ा बिनते या भीख मांगते देखते तो उनका मन विचलित हो जाता था।तभी उन्होंने डिसाइड किया कि गरीब परिवार के बच्चे जिनका परिवार आर्थिक तंगी का शिकार है जो कि अपने बच्चों को स्कूल नही भेज सकते उनके लिए क्यों न कुछ किया जाए तभी उन्होंने एक कोचिंग सेंटर के ज़रिए बच्चो को शिक्षित करने का फैसला किया जिसमें वो सफल भी हुए।
मलिक बताते है कि अपनी जमा पूंजी के ज़रिए साल 2017 में बेसहारा बच्चो के लिए कोचिंग सेंटर खोला था।यह सेंटर शारदा नगर स्थित गुरुदेव टाकीज के पास है जिसमे बच्चो को मुफ्त शिक्षा दी जाती है जब इस काम की जानकारी मलिक के दोस्त नीलेश कुमार को हुई तो उसने उनका हौसला बढ़ाया। दोस्त ने एनजीओ बनाकर कोचिंग सेंटर संचालित करने की राय दी। माँ तुझे सलाम फाउंडेशन नाम से एनजीओ बनाया और इसी के ज़रिए सेंटर से 40 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है।
मलिक ने बताया कि बच्चों की किताबें ,यूनिफार्म ,स्टेशनरी ,जूते , मोजे, बैग खरीदकर उन्हें एक बार दिया जाता है और स्कूल किराए के भवन में चल रहा है जिसका हर महीने लगभग 10 हजार रुपये किराया है। बच्चो को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक है जो कि पैसा नही लेते है जहां पर मलिक की चाय की दुकान है वहीं पर कोचिंग मंडी भी है आईआईटी, सीपीएमटी, इंजिनयरिंग की तैयारी करने वाले छात्र आएसपास ही रहते है जब कोई परीक्षा होती है तो छात्रों के लिए निशुल्क चाय पिलाई जाती है मलिक ने अपनी दुकान में एक स्लोगन भी लगा रखा है जो कुछ ऐसे है माँ जब भी तुम्हारी याद आती है,जब तुम नही होती हो तो मलिक भाई की चाय काम आती है मलिक ने बताया कि शुरुआत में लोग उनका मजाक उड़ाया लेकिन उनकी बातों की परवाह कभी नही की जो मुझे अच्छा लगता है वह काम करने से पीछे नही हटता