24 घंटे में कोरोना से रिकॉर्ड 97 मरीजों की मौत, 13534 नए केस
पटना. मई महीने की शुरुआत होते ही बिहार में कोरोना संक्रमण (Bihar Corona Update) की रफ्तार और बढ़ गई है. जहां 24 घन्टे में राज्य भर में 13534 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है वहीं पटना (Patna) में फिर से एक बार कोरोना विस्फोट हुआ है और एक साथ 2748 मरीज मिले हैं. बढ़ते संक्रमण के आंकड़ों के बाद एक्टिव केस की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है और राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1 लाख 99 हजार 45 पहुंच गई है जबकि पटना में भी एक्टिव केस की संख्या 17 हजार 590 पर है.
जिन जिलों में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज मिले हैं उनमें पूर्णिया में 483, औरंगाबाद में 410, नालन्दा में 611, वैशाली में 805, वेस्ट चम्पारण में 652, सहरसा में 428, समस्तीपुर में 268, गोपालगंज में 365, गया में 544, बेगूसराय में 569, भागलपुर में 535, कटिहार में 374, मधुबनी में 351 मरीज शामिल हैं. संक्रमण के अनुपात में राज्य में रिकवरी दर में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है और रिकवरी दर 77.36 प्रतिशत पर है.
अच्छी बात ये है कि 24 घन्टे में राज्य में कुल 11694 लोगों ने जहां कोरोना को मात दी है वहीं मौत के आंकड़ों ने अबतक के आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है. बिहार में एक दिन में 97 मरीजों की कोरोना से जान चली गई है. हालात भयावह होता देख अब बिहार आईएमए ने भी लॉकडाउन लगाने की मांग करते हुए कल से राज्यव्यापी अभियान चलाने का एलान किया है. अभियान में राज्यभर के डॉक्टरों को गोलबंद कर सरकार पर दवाब बनाने का काम होगा. आईएमए के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने साफ कहा है कि अब तत्काल सरकार को 15 दिनों के लिए सम्पूर्ण बिहार में लॉकडाउन लगाना चाहिए वर्ना हालात और भयावह होगी जिसे ना तो सिस्टम संभाल सकेगा और न ही अस्पताल.
डॉ अजय ने कहा कि कोरोना की वजह से राज्य के 40 से ज्यादा डॉक्टरों की अब तक मौत हो चुकी है और बाकि डॉक्टर दहशत में ड्यूटी करने पर मजबूर हैं. इधर अस्पतालों में बेड की किल्लत को दूर करने के लिए आज से जिला प्रशासन ने बिहटा एएसआईसी अस्पताल में 100 बेड का कोविड केयर अस्प्ताल शुरू किया है जहां मरीजों को एडमिट करने का सिलसिला शुरू हो गया है. डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जल्द ही 500 बेड का अस्प्ताल बिहटा में शुरू हो सकेगा.