बैतूल जेल में फिर एक कैदी ने की खुदकुशी की कोशिश, आयोग ने लिया संज्ञान
भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने बैतूल जिला जेल में बीते मंगलवार को एक कैदी द्वारा आत्महत्या का प्रयास किये जाने पर संज्ञान लिया है। आयोग ने इस मामले में आयोग ने जिला जेल अधीक्षक, बैतूल से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी के अनुसार बैतूल के जिला जेल में बंद दो कैदियों द्वारा कुछ समय पहले ही टॉयलेट क्लीनर पीकर आत्महत्या का प्रयास करने का मामला सामने आया था। इनमें से एक कैदी की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। अभी यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बीते मंगलवार को यहां एक और कैदी ने खुदकुशी की कोशिश की। कम और खराब भोजन दिये जाने का आरोप लगाते हुये दुराचार के मामले में सज़ायाफ्ता कैदी ने दोपहर में भोजन के दौरान गिलास से वार कर गला काटने की कोशिश की। उसे जिला अस्पताल लाकर इलाज के बाद वापस जेल ले जाया गया है। बीते मंगलवार दोपहर के भोजन के समय कैदी दुलारे पिता सोमलाल ने गिलास से खुद के गले पर वार कर गला काटने की कोशिश की। अन्य कैदियों और जेल कर्मचारियों ने देखा, तो उसे तुरंत प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया। मुलताई निवासी कैदी दुलारे को दुष्कर्म के मामले में 10 साल की सज़ा हुई है। सूत्रों के अनुसार दुलारे ने भी अपर्याप्त और खराब गुणवत्ता का भोजन दिये जाने से नाराज़ होकर यह कदम उठाया है।
उल्लेखनीय है कि विगत 21 अक्टूबर को कैदी मंटू और बृजेश ने भी खराब एवं कम भोजन दिये जाने तथा प्रताड़ित किये जाने की शिकायत करते हुये टॉयलेट क्लीनर पी लिया। दोनों को जिला अस्पताल से भोपाल रेफर किया गया था। भोपाल में इलाज के दौरान कैदी मंटू की मौत हो गई थी।