पत्नी ने लॉकडाउन में घर न आने से मना किया तो नाराजगी में एक सरफिरा सुसाइड करने के लिए तीसरी मजिल से लटका
गोरखपुरः वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच अवसाद भी लोगों के ऊपर तेजी से हावी हो रहा है. महाराष्ट्र के पुणे में मजदूरी करने वाला बिहार के सीवान जिले के एक गांव के रहने वाले युवक ने जब गोरखपुर पहुंचकर लौटने की जानकारी दी, तो उसने कोरोना महामारी के बीच उसे लौटने पर नाराजगी जाहिर की. इसी बात पर दोनों का विवाद हो गया. गुस्से में सिरफिरा युवक एक मकान के तीसरी मंजिल पर पहुंचकर गमछे से नीचे की ओर लटकने की कोशिश करने लगा. मौके पर पहुंचे पुलिसवालों ने जांबाजी दिखाते हुए बगल की छत के सहारे चढ़कर उसकी जान बचा ली.
गोरखपुर के गीडा थानाक्षेत्र के नौसड़ तिराहा पर रामचन्द्र गुप्ता के तीन मंजिला मकान की छत पर एक सिरफिरा गमछा गले में बांधकर सुसाइड करने की नीयत से सड़क की ओर लटक गया. इसके बाद हड़ंकप मच गया. गीडा चौकी प्रभारी भूपेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में कॉन्स्टेबल वीरेन्द्र कुमार और कॉन्स्टेबल रामजीत चौधरी ने रामचन्द्र गुप्ता के बगल में रहने वाले राजेन्द्र गुप्ता के बगल के मकान की छत से दूसरी छत पर पहुंचकर गमछे से सड़क की ओर लटके युवक को जान पर खेलकर बचा लिया. सिरफिरे की पहचान बिहार के सीवान जिले के छितौनी चैनपुर के रहने वाले 25 साल के दीपू पटेल के रूप में हुई है.
दीपू ने बताया कि गोरखपुर पहुंचने पर उसने पत्नी को मोबाइल पर कॉल किया और बताया कि वो गांव लौट रहा है. इस दौरान पत्नी ने कोरोना महामारी के बीच गांव लौटने पर नाराजगी जाहिर की. इसी बात से उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया और वो एक मकान की छत पर गमछे में गला कसकर रेलिंग में बांधने के बाद सुसाइड करने के लिए चढ़ गया. उसने बताया कि वो पुणे में काम करता है. लॉक डाउन में वहां पर फंस गया. इसके बाद उसने वापस गांव लौटने का फैसला किया. वहां से वो पैदल ही गांव के लिए चल दिया. गोरखपुर पहुंचने पर उसने इसकी जानकारी पत्नी को दी थी.
युवक की जान बचाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले नौसड़ चौकी प्रभारी भूपेन्द्र तिवारी ने बताया कि पत्नी से मोबाइल पर विवाद के बाद युवक एक छत की तीसरी मंजिल पर चढ़ गया. उन्होंने टीम के साथ युवक को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, वो नहीं माना. इसके बाद बगल की छत से चढ़कर युवक की जान दो सिपाहियों कांस्टेबल वीरेन्द्र कुमार और कांस्टेबल रामजीत चौधरी की मदद से बचा ली गई. युवक के परिवारवालों को इसकी जानकारी दे दी गई है.
गोरखपुर के एसपी नार्थ अरविन्द कुमार पाण्डेय ने बताया कि बिहार के सीवान जिले का रहने वाला युवक पुणे में काम करता था. युवक गमछे के सहारे नौसड़ तिराहा पर स्थित तीन मंजिला मकान पर चढ़ कर गमछा से लटककर सुसाइड की कोशिश कर रहा था. नौसड़ चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों ने तत्परता दिखाते हुए उसकी जान बचाई. कांस्टेबल वीरेन्द्र कुमार और रामजीत चौधरी को पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि संज्ञान में आया है कि ये घर आने की बात घरवालों को बताए. जिस बात पर उन लोगों ने नाराजगी जताई. उसके बाद इन्होंने इस तरह का कदम उठा लिया. एसडीएम से बात करने के बाद युवक को शेल्टर होम या कोरेंटाइन करने के लिए भेजा जाएगा. चेकअप के बाद घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी.