कनिका कपूर के अपार्टमेंट का एक डॉक्टर ‘क़वारनटाइन’ तोड़कर पहुंचा केजीएमयू, खतरे में हजारों मरीजों की जान
बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर को आइसोलेट किया गया है। इस समय कनिका कपूर का इलाज चल रहा है। बता दें कि लंदन से भारत आने के बाद कनिका कपूर पर कई सवालिया निशान खड़े हुए थे। कनिका कपूर जब कोरोनावायरस पॉजिटिव पाई गई थी तो उस समय वह कई लोगों से मिली थी। यहां तक कि बड़े नेताओं से भी। राजस्थान की वसुंधरा राजे और उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक कनिका कपूर से मिले थे। हालांकि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं अब खबर है कि गाय का कनिका कपूर शालीमार गैलेंट में रहती हैं जहां प्रशासन ने पूरे शालीमार गैलेंट को ही क्वॉरेंटाइन कर रखा है। खबर है कि इसी बिल्डिंग के डॉक्टर एके सक्सेना क्वॉरेंटाइन होने के बावजूद भी बाहर आ रहे हैं।
बता दें कि केजीएमयू की तरफ से एक पत्र उत्तर प्रदेश कुल सचिव को लिखा गया है। इस पत्र में लिखा गया है कि क्वॉरेंटाइन होने के बावजूद भी डॉ एके सक्सेना 26 मार्च को शासकीय निर्देशों का उल्लंघन करते हुए केजीएमयू पहुंचे। जहां उन्होंने पूरे अस्पताल का भ्रमण भी किया और कई डॉक्टरों से भी मिले। जिससे इस घातक वायरस का संक्रमण दूसरे डॉक्टरों और मरीजों में भी फैल सकता है। बता दे कि केजीएमयू की तरफ से कहा गया है कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि लगभग 1 सप्ताह का समय पूर्ण होने को है परंतु अभी तक डॉ एके सक्सेना के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही नहीं संपन्न हो सकी है।
इस पत्र में यह भी लिखा गया है कि “यह सच है कि डॉ एके सक्सेना पहले से ही अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति रहे हैं जिनके विरुद्ध पहले से ही न्यायालय में आपराधिक अभियोजन प्रचलित है। ऐसे में इनके द्वारा 26 मार्च को दी गई धमकी से एवं इनके विभाग में इस तरह अप्रयोजित आगमन से विभाग के सभी संकाय सदस्य छात्र एवं कर्मचारी भयभीत हैं।”
आपको बता दें कि शालीमार गैलेंट की एक महिला निवासी हाल ही में कोरोनावायरस संक्रमित पॉजिटिव भी पाई गई हैं। ऐसे में संभावना प्रबल हो जाती है कि भविष्य में शालीमार गैलेंट के निवासी कोविड-19 से संक्रमित पाए जा सकते हैं। बता दें कि केजीएमयू प्रदेश का एक बड़ा अस्पताल है। बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू ही है। वही केजीएमयू में हर रोज हजारों की संख्या में मरीज आते हैं।