रायबरेली के सीने में आज एक अलग ही माहौल: राहुल रायबरेली में . . .

आज की सुबह रायबरेली के छोटे से गाँव में एक अव्याहत शांति थी। सूर्य की किरणें धीरे-धीरे खेतों को गोल्डन रंग में रंग रही थीं। गाँव के छोटे-मोटे घरों में जीवन सुख-समृद्धि से भरा हुआ था।

आज की सुबह रायबरेली के छोटे से गाँव में एक अव्याहत शांति थी। सूर्य की किरणें धीरे-धीरे खेतों को गोल्डन रंग में रंग रही थीं। गाँव के छोटे-मोटे घरों में जीवन सुख-समृद्धि से भरा हुआ था।

इसी शांति और समृद्धि के मध्य एक महत्वपूर्ण घटना का इंतजार था। आज रायबरेली में आगमन करने वाले थे कांग्रेस पार्टी के नेता विपक्ष श्री राहुल गांधी। उनका उद्देश्य था शहीद कैप्टन अंशुमन सिंह के परिजनों से मिलना। कैप्टन अंशुमन सिंह ने देश के लिए अपनी जान दी थी, और उनके परिवार के साथ राहुल गांधी ने उनकी वीरता और बलिदान को सलामी देने का इरादा था।

रायबरेली के सीने में आज एक अलग ही माहौल था। भुएमऊ गेस्ट हाउस में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विभिन्न डेलिगेशन से राहुल गांधी की मुलाकात होने वाली थी। यहाँ पर उन्होंने गाँव के स्थानीय लोगों से भी मिलकर उनकी समस्याओं और जरूरतों को समझने की कोशिश की।

राहुल गांधी के आगमन से गाँव में उत्साह और खुशी की लहर उमड़ गई। लोग उनके विचारों और समर्थन के प्रति आत्मनिर्भरता से भर गए थे। इस दौरान, राहुल गांधी ने न केवल रायबरेली के लोगों के दिलों में जगह बनाई, बल्कि अंशुमन सिंह के परिवार को भी सम्मान और साथीपन का एहसास दिलाया।

इस प्रकार, राहुल गांधी का रायबरेली दौरा न केवल एक राजनीतिक यात्रा बल्कि एक नये संबंध की शुरुआत भी था। जिसमें जनता के दर्द और दिल की बात समझने का भी विशेष महत्व था।

Related Articles

Back to top button