डीयू ने दाखिला प्रक्रिया में किए कई अहम बदलाव, जानें संगीत पाठ्यक्रमों में कैसे मिलेगा एडमिशन
DU Admission 2021 दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोरोना की दूसरी लहर से सर्वाधिक प्रभावित उच्च शिक्षण संस्थानों में शामिल डीयू ने दाखिला प्रक्रिया में कई अहम बदलाव किए हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोरोना की दूसरी लहर से सर्वाधिक प्रभावित उच्च शिक्षण संस्थानों में शामिल डीयू ने दाखिला प्रक्रिया में कई अहम बदलाव किए हैं। म्यूजिक एंड फाइन आर्ट विभाग के तहत पाठ्यक्रमों में छात्रों को दाखिला यूट्यूब वीडियो के आधार पर दिया जाएगा। छात्रों को आवेदन फार्म में वीडियो का लिंक साझा करना होगा। जिसके आधार पर छात्रों का मूल्यांकन होगा।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की तर्ज पर बहुत जल्द म्यूजिक एंड फाइन आर्ट विभाग में थियेटर की भी पढ़ाई शुरू होगी। विभाग के तहत पाठ्यक्रम- बीए (आनर्स)- हिंदुस्तानी संगीत, वोकल/ इंस्ट्रूमेंटल (सितार, सरोद, वायलिन, गिटार, संतूर)- बीए (आनर्स) कर्नाटक संगीत- (वोकल/ इंस्ट्रूमेंटल)- बीए (आनर्स)- हिंदुस्तानी संगीत (तबला-पखावज)
दाखिले के लिए योग्यता
12वीं में कम से कम 45 फीसद अंक। पाठ्यक्रम में एक भाषा शामिल होनी चाहिए।संगीत गुरूओं, संस्थानों में संगीत की दीक्षा लेने वाले भी ले सकेंगे दाखिला।संस्थानों, गुरूओं के सानिध्य में कम से कम तीन साल से दीक्षा लेने वाले भी कर सकेंगे आवेदन।संस्थानों, गुरूओं के यहां से जारी सर्टिफिकेट दिखाना होगा।पात्रता के संबंध में मान्यता प्रदान करने वाले संस्थानभातखंडे संगीत विद्यापीठ (मुख्य शाखा)गंधर्व महाविद्यालय (मुख्य शाखा)प्रयाग संगीत समिति (मुख्य शाखाइंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय (मुख्य शाखा)भारतीय विद्या भवन (मुख्य शाखा)भारतीय कला केंद्र (नई दिल्ली)संगीत भारती (नई दिल्ली)त्रिवेणी कला संगम (नई दिल्ली)प्राचीन कला केंद्र (चंडीगढ़)
इस तरह दिया जाएगा दाखिला
सात मिनट का प्रस्तुति का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड होना चाहिए।यूट्यूब वीडियो का लिंक छात्र को आवेदन फार्म में देना होगा।वीडियो स्टूडियो में रिकार्ड नहीं होना चाहिए।छात्र की प्रस्तुति का ओरिजिनल वीडियो होना चाहिए।दाखिला कमेटी के सदस्य वीडियो देखकर शार्टलिस्ट करेंगे।वीडियो पसंद आने पर छात्रों का आनलाइन साक्षात्कार होगा।साक्षात्कार के बाद छात्रों की सूची जारी की जाएगी एवं दाखिले होंगे।
एनएसडी की तरह प्रशिक्षण
आने वाले समय में म्यूजिक और फाइन आर्ट विभाग का कायाकल्प होगा। इसमें थियेटर, पेटिंग, मूर्तिकला को भी जोड़ने की योजना है। डीयू प्रशासन की मानें तो एनएसडी की तर्ज पर छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। विभाग के अंतर्गत फिलहाल बीए आनर्स म्यूजिक, एमए म्यूजिक, एमफिल म्यूजिक, पीएचडी प्रोग्राम की पढ़ाई होती है। जबकि डिप्लोमा प्रोग्राम के तहत संगीत शिरोमणि डिप्लोमा कोर्स, दो वर्षीय डिप्लोमा(हारमोनियम) व शार्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्सेज की पढ़ाई करायी जाती है।