पृथ्वीराज चौहान को लेकर राजपूत और गुर्जर समाज में छिड़ा विवाद, जानिए पूरा मामला

बागपत. उत्तर प्रदेश के बागपत में सम्राट पृथ्वीराज चौहान (Prithvi Raj Chauhan) को गुर्जर (Gurjar) लिखने पर राजपूत समाज (Rajput Community) और गुर्जर समाज में विवाद छिड़ गया है. पहले गुर्जर समाज ने गांव के बाहर बोर्ड लगाते हुए पृथ्वीराज चौहान को गुर्जर सम्राट लिखा. जिसके बाद राजपूत समाज के लोग बागपत (Baghpat) पहुंचे और एडीएम से मामले की शिकायत की. एडीएम ने आज गुर्जर समाज के लोगों को बुलाकर समझाया बुझाया, जिसके बाद गुज्जर समाज के लोगों ने गांव के बाहर से बोर्ड हटाने की बात कही है.

एडीएम ने बताया के एक पक्ष को समझाकर गांव के बाहर से बोर्ड हटाने के लिए कहा गया है. वहीं गुर्जर समाज के अध्यक्ष हरीश गुर्जर ने कहा कि आपत्ति है तो वो होर्डिंग हटा लेंगे लेकिन सम्राट पृथ्वीराज चौहान गुर्जर राजा थे. जिसका उल्लेख इतिहास में भी है और उनके पास इसका पुख्ता प्रमाण है.

यह पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के पावला गांव से जुड़ा हुआ है. जहां गांव के बाहर सम्राट पृथ्वीराज चौहान को गुर्जर सम्राट बता कर एक बोर्ड लगाया गया. जिसके फोटो वायरल होने के बाद बागपत राजपूत समाज के लोग एडीएम से मिले और पृथ्वीराज चौहान को गुज्जर लिखने पर आपत्ति जताई. मामला उलझता देख जिला प्रशासन ने दोनों पक्षों के लोगों को बुलाकर बात की और गुर्जर समाज के लोगों से बोर्ड हटाने की अपील की.

एडीएम अमित कुमार ने बताया कि आज गुर्जर समाज के लोग उनसे मिलने आए थे, जिस पर उन्होंने उन्हें समझा-बुझाकर गांव के बाहर से बोर्ड हटवाने के लिए निर्देश दिए हैं. हालांकि गुज्जर समाज अभी भी अपनी बात पर अड़ा हुआ है और वह सम्राट पृथ्वीराज को गुर्जर सम्राट बता रहे हैं. जबकि राजपूत समाज के लोग पृथ्वी राज चौहान को राजपूतों का राजा बता रहे हैं. फिलहाल मामले पर विवाद जारी है और एडीएम ने बोर्ड हटवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं.

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